नई दिल्ली। तेलांगना के उद्योग मंत्री केटीआर के बाद अब महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जयंत पाटिल ने भी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को भारत में प्लांट लगाने का आमंत्रण दिया है। जयंत पाटिल ने एलन मस्क को महाराष्ट्र में टेस्ला का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का आमंत्रण भेजा है। जयंत पाटिल ने टेस्ला का प्लांट लगाने के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया है। 



जयंत पाटिल ने एलन मस्क के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि एलन मस्क, महाराष्ट्र भारत के प्रगतिशील राज्यों में से एक है। भारत में स्थापित होने के लिए हम आपको हर संभव मदद मुहैया कराएंगे। हम महाराष्ट्र में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए आपको आमंत्रित करते हैं। 





इससे पहले तेलंगाना सरकार में उद्योग मंत्री केटीआर ने भी एलन मस्क के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि एलन, मैं भारत के तेलंगाना राज्य का उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री हूं। भारत में स्थापित होने के लिए आने वाली चुनौतियों का सामने करने के लिए हमें साझेदार बनने में खुशी होगी। तेलंगाना भारत का शीर्ष बिजनेस डेस्टिनेशन है। 





क्या है मामला 



दरअसल हाल ही में एक भारतीय व्यक्ति ने टेस्ला की एक कार की तस्वीर अपने ट्विटर हैंडल पर साझा की थी। यूजर ने एलन मस्क को टैग करते हुए पूछा था कि टेस्ला की कार भारत में कब तक लॉन्च होगी? यूजर ने कहा था कि ऐसी कारों को दुनिया के हर कोने में होना चाहिए। 



यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए एलन मस्क ने कहा था कि वे खुद भारत में टेस्ला लॉन्च करना चाहते हैं। लेकिन सरकार के स्तर पर उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद दो राज्यों के मंत्रियों ने एलन मस्क को अपने अपने राज्य में टेस्ला का प्लांट लगाने का न्योता भेज दिया। 



एलन मस्क की कम्पनी भारत में असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को घटाने की मांग कर रही है। टेस्ला की मांग है कि उसकी गाड़ियों पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाकर 40 फीसदी कर जाए। टेस्ला पिछले एक साल से भारत सरकार को राज़ी करने के लिए प्रयासरत है। 



लेकिन भारत सरकार टेस्ला की इस मांग को लेकर अनानाकानी भरा रवैया अपना रही है। भारत में 40 हजार डॉलर से सस्ती गाड़ियों पर 60 फीसदी, जबकि उससे महंगी गाड़ियों पर 100 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगती है। लिहाजा भारत सरकार पहले ही यह स्पष्ट कर चुकी है कि उसका विदेशों से आने वाले इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाने का कोई इरादा नहीं है।



मीडिया रिपोर्ट्स में सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि सरकार टेस्ला को कर संबंधी छूट देने में दिलचस्पी नहीं दिखाना चाहती। क्योंकि इससे भारत में अरबों डॉलर का निवेश करने वाली दूसरी कम्पनियों के बीच अच्छा संदेश नहीं जाएगा। लेकिन अब दो राज्यों की ओर से टेस्ला को भारत में अपना प्लांट लगाने का ही न्योता भेज दिया गया है। हालांकि अब तक एलन मस्क ने इन आमंत्रणों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।