नई दिल्ली। देश में प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए मोदी सरकार ने हर तरह की प्याज के निर्यात पर पांबदी लगा दी है। डायरेक्ट्ररेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने एक नोटिफिकेशन में कहा कि सभी तरह के प्याज के निर्यात पर तुरंत पाबंदी लगा दी गई है। बैंगलूर रोज और कृष्णापुरम प्याज पर का निर्यात भी रोक दिया गया है। अब तक इन किस्मों पर निर्यात पर कोई रोक नहीं थी।
प्याज के निर्यात पर रोक के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की। मंगलवार को हुई इस मुलाकात में शरद पवार ने प्याज के निर्यात पर रोक के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है। शरद पवार ने कहा कि प्याज के निर्यात पर अचानक बैन लगने से भारत की विश्वसनीय सप्लायर की छवि को नुकसान पहुंचेगा और इसका असर अंतरराष्ट्रीय बाजार पर भी पड़ेगा।
The central government has abruptly announced a ban on #onionexports. This has led to strong reactions from the onion growing belt in Maharashtra & therefore the representatives of various political parties contacted & requested me to convey their demands to Central Government.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) September 15, 2020
मंत्री पीयूष गोयल से मुलाक़ात के बाद शरद पवार ने ट्वीट में लिखा कि सरकार ने अचानक प्याज का निर्यात रोक दिया है। इस फैसले से महाराष्ट्र के प्याज किसानों में नाराजगी है। उन्होंने मंत्री गोयल को प्याज निर्यात पर अचानक रोक से किसानों को होने वाली समस्याओं को बताया है।
ग़ौरतलब है कि पिछले दो तीन हफ़्तों में प्याज की क़ीमत 15 से 20 रुपये प्रति किलो से बढ़ कर 50 रुपए किलो तक बिक रहा है। सरकार ने इस बढ़ोतरी को देखते हुए निर्यात पर पाबंदी लगा दी है।