भोपाल। मध्य प्रदेश के इंदौर–भोपाल नेशनल हाईवे पर शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। बिलकिसगंज चौराहे के पास तेज रफ्तार थार कार ने सड़क किनारे कंबल बेच रहे लोगों और बाइक सवारों को रौंद दिया। हादसे में एक की मौत हो गई। वहीं, तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें प्राथमिक इलाज के बाद भोपाल रेफर कर दिया गया है। सभी घायलों की हालत फिलहाल चिंताजनक बनी हुई है। चौंकाने वाली बात यह है कि हादसे के समय थार कार आष्टा थाने में पदस्थ महिला उपनिरीक्षक (एसआई) किरण राजपूत चला रही थीं। पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह हादसा शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे हुआ। आष्टा की ओर से भोपाल की तरफ जा रही लाल रंग की थार कार (नंबर MP04 ZW 7803) बिलकिसगंज चौराहे के पास अचानक अनियंत्रित हो गई। तेज रफ्तार वाहन पहले सड़क किनारे कंबल बेच रहे लोगों से टकराई और फिर बाइक सवारों को अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर अफरा-तफरी मच गई और लोग मदद के लिए दौड़ पड़े।
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हादसे में जिसकी मौत हुई है उसकी पहचान भोपाल के रातीबड़ निवासी विजय राजोरिया (46), पिता राजाराम के रूप में हुई है। वहीं, घायलों में उज्जैन निवासी 28 वर्षीय वकील, पिता गिरधारी और 16 वर्षीय लखन, पिता मदन लाल, और भोपाल के रातीबड़ निवासी हृदेश राजौरिया (40) पिता राजाराम राजौरिया शामिल हैं। वकील और लखन बिलकिसगंज चौराहे के पास सड़क किनारे दुकान लगाकर कंबल बेचने का काम कर रहे थे। जबकि, विजय और हृदेश राजौरिया बाइक पर सवार थे।
घटना की शिकायत कंबल बेचने वाले तूफान सिंह बंजारा ने थाना कोतवाली में दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। कोतवीली थाना के टीआई रविंद्र यादव ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और सभी पहलुओं की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। इस बीच पुलिस विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थार चला रही महिला एसआई किरण सिंह राजपूत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उन्हें रक्षित केंद्र सीहोर में अटैच किया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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