इंदौर। आम, जिसे देखकर हर उम्र के लोगों की जी ललचा जाता है। शायद ही कोई हो जो खुद को आम खाने से रोक पाता है। आम के मौसम में आम का मजा लेना सभी को पसंद आता है। और बात जब आमों की मल्लिका नूरजहां की हो तो कहने ही क्या। इनदिनों एक-एक नूरजहां आम के लिए लोग हजार रुपए तक चुकाने को तैयार हैं। नूरजहां आम मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर में पैदा होता है। इंदौर से लगभग 250 किलोमीटर दूर अलीराजपुर जिले का कट्ठीवाड़ा क्षेत्र इन आमों के लिए प्रसिद्ध है। यह इलाका गुजरात सीमा से लगा हुआ है। नूरजहां आम के बारे में स्थानीय किसानों का दावा है कि यह अफगान मूल का दुर्लभ प्रजाति का आम है।

अनुकूल मौसम की वजह से इस साल इसकी अच्छी फसल आई है। जबकि साल 2020 में किसानों को निराशा ही हाथ लगी थी। इस साल पिछले साल की अपेक्षा नूरजहां आम का अच्छा उत्पादन औऱ आमों की क्वालिटी और साइज से अच्छे दाम मिल रहे हैं। आम किसानों की मानें तो इस सीजन में नूरजहां आम के दाम 500 रुपये से लेकर 1,000 रुपये तक हैं। नए साल की शुरुआत के दौरान जनवरी में बौर लगने लगती है। और जून में आम पककर तैयार हो जाता है। इस आम की लंबाई एक फुट तक लंबी हो सकती है। इसकी गुठली 150 से 200 ग्राम तक होती है। जब आम छोटे रहते हैं, तभी लोग इन अनोखे स्वाद वाले आमों के लिए बुकिंग कर लेते हैं। और जब आम बड़े हो जाते हैं, इन्हें उनके ग्राहक को सौंप दिया जाता है।

कट्ठीवाड़ा के आम उत्पादक किसानों का कहना है कि इस साल अनुकूल मौसम की वजह से आम की अच्छी फसल हुई है। किसानों का कहना है कि एक-एक पेड पर 200 से 250 फल लगे हैं। जिनके लिए पहले से ही लोगों ने बुकिंग कर ली है। साइज के हिसाब से एक-एक आम की कीमत 500 से 1,000 रुपये के बीच लगाई गई हैं। नूरजहां के शौकीन मध्यप्रदेश के साथ-साथ गुजरात में भी हैं। ऐसे में दोनों प्रदेशों से ग्राहक इन स्वादिष्ट आमों को चखने के लिए तैयार हैं। किसान की मानें तो नूरजहां आम के फलों का वजन दो से साढ़े तीन किलोग्राम तक होने का अनुमान है। इस साल आम की अच्छी फसल आने से कट्ठीवाड़ा के किसानों के चेहरे पर खुशी नजर आ रही है। वहीं पिछले साल हालात ऐसे नहीं थे, पिछले साल आम में फल नहीं लगे थे। वहीं रही सही कसर कोरोना महामारी ने निकाल ली थी। यह पहला मौका नहीं है जब नूरजहां के इतने मंहगी कीमत लगाई गई हो, इससे पहले 2019 में किसानों के एक आम के लिए 1,200 रुपये तक मिल चुके हैं।