नई दिल्ली। 
रूस यूक्रेन युद्ध के 26वें दिन रूस ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर मरियुपोल की रक्षा करने वाले यूक्रेनी सैनिकों को हथियार डालने और मानवीय गलियारे के जरिये यहाँ से निकलने का प्रस्ताव दिया है। हालाँकि रूस के इस प्रस्ताव को यूक्रेन ने ख़ारिज कर दिया है। रूस के इस प्रस्ताव का जवाब देते हुए यूक्रेनी उप प्रधानमंत्री इरिना वीरश्चुक ने कहा है कि मरियुपोल के आत्मसमर्पण करने का कोई सवाल ही नहीं है। 
वीरश्चुक ने रूस के इस प्रस्ताव को हेरफेर करने वाला बताते हुए ख़ारिज कर दिया है।  उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण करने और ह्तिहयार डालने के बारे में कोई बात नहीं हो सकती। वीरश्चुक ने कहा है कि रूस को सिर्फ लोगों को निकलने देने के लिए मानवीय गलियारा खोलना चाहिए। दरअसल रूस के राष्ट्रीय रक्षा प्रबंध केंद्र के निदेशक कर्नल जनरल मिखाइल मिजिनत्सेव ने यूक्रेन को सामरिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर मरियुपोल को आत्मसमर्पण करने और यूक्रेन के हाथ से जाने देने का प्रस्ताव दिया है, जिसे यूक्रेन ने ख़ारिज कर दिया है। 
यूक्रेन के दक्षिण पूर्व में स्थित शहर मरियुपोल पर कब्जे के लिए रूस के आक्रमण तेज हो गए हैं। इसी को देखते हुए मिजिनत्सेव ने मरियुपोल में भयंकर तबाही की चेतावनी दी है। मिजिनत्सेव ने प्रस्ताव दिया है कि इस शहर की रक्षा में लगे जो लोग हथियार डालते हैं उन्हें यहाँ से सुरक्षित मार्ग की गारंटी दी जाती है। मिजिनत्सेव ने हथियार डालने वाले और नागरिकों के लिए सोमवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12.30 तक मानवीय गलियारा देने का प्रस्ताव दिया है। लेकिन रूस के इस प्रस्ताव को यूक्रेन ने ठुकरा दिया है। 
रूस की ओर से जारी भारी बमबारी के कारण मरियुपोल में करीब 4 लाख लोग फंसे हुए हैं और उनके पास भोजन, पानी की भी किल्लत हो गई है। इसके बावजूद यूक्रेन सामरिक रूप से अहम मरियुपोल को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहता क्योंकि मरियुपोल हाथ से जाने का मतलब है सी ऑफ़ आज़ोव से यूक्रेन पूरी तरह कट जायेगा