नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस का आज 140वां स्थापना दिवस है। इस मौके पर दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। कार्यक्रम में सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इस मौके पर कांग्रेस के लंबे इतिहास, आजादी के संघर्ष और लोकतांत्रिक मूल्यों में उसके योगदान को याद किया गया।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा कि हम संविधान की रक्षा की लड़ाई और अधिक मज़बूती से लड़ेंगे। राहुल गांधी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस पर हर कांग्रेसजन को हार्दिक शुभकामनाएं। हम उस ऐतिहासिक विरासत और उन महान बलिदानियों को नमन करते हैं जिन्होंने भारत को आज़ादी दिलाई, संविधान की नींव रखी और लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय व समानता के मूल्यों को मजबूत किया।'

राहुल गांधी ने आगे लिखा कि कांग्रेस केवल एक राजनीतिक दल नहीं, भारत की आत्मा की आवाज़ है जो हर कमजोर, हर वंचित और हर मेहनतकश के साथ खड़ी रही है। संकल्प है कि नफ़रत, अन्याय और तानाशाही के ख़िलाफ़ सत्य, साहस और संविधान की रक्षा की लड़ाई और अधिक मज़बूती से लड़ेंगे।

इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि कांग्रेस खत्म हो चुकी है, उन्हें साफ संदेश है कि पार्टी भले सत्ता में न हो, लेकिन उसकी रीढ़ सीधी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न कभी संविधान से समझौता किया, न धर्मनिरपेक्षता से और न ही लोगों के अधिकारों से। खड़गे ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस ने कभी मंदिर–मस्जिद के नाम पर वोट नहीं मांगे और न ही नफरत की राजनीति की। उनके मुताबिक, बीजेपी समाज को बांटने का काम करती है, जबकि कांग्रेस जोड़ने में विश्वास रखती है। कांग्रेस ने धर्म को आस्था माना, लेकिन कुछ लोगों ने उसे राजनीति का हथियार बना लिया।