अमेरिका ने विदेशों में फंसे भारतीयों को भारत ला रही वंदे भारत उड़ानों पर रोक लगा दी है। अमेरिका का आरोप है कि भारत विमानन संधि का उल्लंघन कर रहा है। एयर इंडिया के विमानों पर रोक का 22 जून को जारी यह आदेश एक माह में प्रभावी हो जाएगा।

अमेरिका के परिवहन विभाग का एयर इंडिया पर आरोप है कि एयर इंडिया लोगों से पैसे वसूल कर वंदे भारत मिशन की आड़ में अपना व्यापार चला रही है। वहीं भारत ने अमेरिकी विमानों को उड़ान भरने की इजाज़त नहीं दी है। ऐसे में अमेरिका को काफी नुकसान हो रहा है। अमेरिकी परिवहन विभाग ने यह भी आरोप लगाया है कि एक तरफ भारत दावा कर रहा है कि वह कोरोना प्रकोप के चलते अपने नागरिकों को वापस ले जा रहा है लेकिन दूसरी तरफ कोरोना के शुरू होने से पहले की तुलना में 50 फीसदी अधिक उड़ानों का विज्ञापन कर रहा है।

अमेरिका ने रोक हटाने की रखी शर्त

अमेरिकी परिवहन विभाग ने भारतीय विमानों के ऊपर से रोक हटाने के लिए अपनी शर्त रखी है। परिवहन विभाग का कहना है कि अमेरिका तभी भारतीय विमानों से रोक हटाएगा जब भारत भी अमरीकी विमानों को उड़ान भरने की अनुमति देगा।

गौरतलब है कि कोरोना काल में विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों को ' वंदे भारत' मिशन के तहत स्वदेश लाया जा रहा है। इसी कड़ी में अमेरिका से भी 18 मई से भारतीय नागरिकों को एयर इंडिया देश लेकर आ रही है। अब तक कुल 389 उड़ानों के माध्यम से विश्व भर में फंसे लगभग एक लाख भारतीयों की स्वदेश वापसी हो चुकी है। लेकिन अब अमेरिका ने भारत के विमानों पर रोक लगा दी है।