नई दिल्ली। बेल्जियम ने मंगलवार को जासूसी के संदेह में रूस के 21 डिप्लोमेट्स को अपने देश से निष्कासित कर दिया है। बेल्जियम के विदेश मंत्री सोफी विल्म्स ने मंगलवार को संसद में इसकी घोषणा की। उन्होंने ट्विटर पर भी राजनयिकों के निकाले जाने की जानकारी दी है। विदेश मंत्री सोफी विल्म्स ने संसद में बताया कि पड़ोसी देश नीदरलैंड के साथ सामूहिक रूप से इस संबंध में फैसला लिया गया है। नीदरलैंड ने भी अपने देश से रूस के 17 डिप्लोमेट्स को निष्कासित किया है। आयरलैंड ने भी 4 रुसी राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए कहा है। चेक गणराज्य ने भी प्राग स्थित रुसी दूतावास से एक राजनयिक को अपने देश से निष्कासित किया है। 

यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद मार्च महीने की शुरुआत में अमेरिका ने रूस के ख़ुफ़िया विभाग से जुड़े 12 लोगों को अमेरिका से निकाल दिया था। रूस ने भी पिछले हफ्ते अमेरिका को उसके राजनयिकों की एक सूची सौंपकर जवाबी कार्रवाई करते हुए कई अमेरिकी डिप्लोमेट्स को निकाल दिया था। आज एकसाथ कई यूरोपीय देशों ने अमेरिका का साथ देते हुए रुसी राजनयिकों को अपने देश से निष्कासित किया है। 
सोफी विल्म्स ने बताया है कि उनका देश ब्रुसेल्स स्थित रुसी दूतावास और एंटवर्प स्थित वाणिज्य दूतावास से 21 रुसी डिप्लोमेट्स को निकाल रहा है। इन राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए 2 हफ्ते का समय दिया गया है। वहीं आयरलैंड के विदेश मंत्री साइमन कोवेनी ने डब्लिन में कहा कि रूस के 4 वरिष्ठ राजनयिकों का व्यवहार अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं था। इसलिए उन्हें निकाला जा रहा है। इससे पहले यूरोपीय संघ के देश पोलैंड ने 45 रुसी राजनयिकों पर जासूसी का आरोप लगाकर  उन्हें पोलैंड से निष्कासित किया था।