लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अविश्वास प्रस्ताव जीत गए हैं। यह अविश्वास प्रस्ताव उन्हीं की कंजरवेटिव पार्टी ने सांसद में पेश किया था। विश्वास मत के लिए हुए मतदान में बोरिस जॉनसन के समर्थन में 211 और विपक्ष में 148 वोट मिले। ऐसे में 63 वोटों से उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव जीत लिया है। 
ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के 359 सांसद है। इनमें से 15 फीसदी यानी 54 सांसद प्रधानमंत्री जॉनसन से नाराज थे। उन्होंने ही सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया था। जॉनसन के खिलाफ असंतोष प्रकट करने वालों में सबसे आगे ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री जेरेमी हंट का नाम सामने आया। 

दरअसल, अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग शुरू होने से पहले ही कंजरवेटिव पार्टी के कई सांसदों ने जॉनसन को अपना समर्थन दे दिया था। इन सांसदों को पूरी उम्मीद थी कि जॉनसन की एक बार फिर से वापसी होगी यानी कि वो विश्वास मत जीतेंगे।

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जॉनसन का इस साल का अधिकांश समय कोविड लॉकडाउन के दौरान पार्टी करने के आरोपों और विपक्ष के हमलों से अपनी सरकार का बचाव करने में बीता है। पार्टीगेट स्कैंडल को लेकर लंबे समय से उनकी सरकार दबाव में थी। कोरोना के कड़े प्रतिबंधों के बीच भी उन्होंने और उनके स्टाफ ने प्रधानमंत्री निवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर कई ऐसी पार्टी आयोजित कीं, जिन्होंने कोरोना नियमों का उल्लंघन किया।

इसके लिए पुलिस ने पिछले सप्ताह उन पर जुर्माना भी लगाया था। इससे वह ऐसे पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बन गए हैं जिन्हें पद पर रहते हुए नियम तोड़ने को दोषी पाया गया है। इसी पार्टी को लेकर सांसदो में नाराजगी थी जो अविश्वास प्रस्ताव के रूप में बाहर आई। बोरिस जॉनसन ने निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में सांसदों से कहा था कि मुझे ऐसा नहीं लगा कि जन्मदिन के लिए केक के साथ लोगों का एकत्रित होना कोई पार्टी थी।