इंदौर। एमपी के इंदौर में सड़कों के निर्माण में बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल 25 साल की गारंटी वाली सड़कें 1 साल में ही धंस गई हैं। इंदौर नगर निगम ने इसके निर्माण में 500 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए हैं। नतीजतन सड़कों के धंसने से आई दरारों के कारण रोजाना कई वाहन चालक फिसल कर गिर रहे हैं।

आम जनता का पैसा टैक्स के रूप में लेकर नगर निगम किस तरह लापरवाही करता है इसका उदाहरण इंदौर के सड़क घोटाले से सामने आया है। बता दें इसके निर्माण की कीमत करोड़ों रुपए है, लेकिन यह सड़के एक साल में ही बिखर गई। 25 साल की गारंटी वाली ये सड़कें 2 इंच नीचे तक धंस गई हैं। 

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इंदौर नगर निगम ने शहर के विभिन्न इलाकों में सड़कों का चौड़ीकरण करके कंक्रीट की सड़कें बनाई हैं। जिसमें पिछले 7 साल से इन पर 500 करोड़ से अधिक पैसा खर्च हो चुका है। इतना ही नहीं इनके निर्माण के वक्त ठोस दावे किए गए थे कि 25 साल तक इन्हें मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं जिन मार्गों के लिए यह बनाई गई थी। इनमें बड़ा गणपति से लाबरिया भेरू चौराहा, फूटी कोठी से महू नाका, चोइथराम अस्पताल का इलाका और साठ फीट रोड एयरपोर्ट क्षेत्र शामिल है। 

वहीं इस मामले में इंदौर नगर निगम महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि सड़क निर्माण के वक्त लापरवाही की गई । इन गड़बड़ी से इनकार नहीं किया जा सकता। हम इन सड़क निर्माण की जांच करवाएंगे। संबंधित ठेकेदार और तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश देंगे।