चीन ने भारत से आने वालीं सभी फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि चीन ने यह फैसला कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए किया है। भारत के अलावा चीन ने ब्रिटेन, बेल्जियम और फिलिपीन्स से आने वाली फ्लाट्स पर भी अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी है। इतना ही नहीं, चीन ने अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी से आ रहे यात्रियों के लिए चीन ने कुछ अतिरिक्त हेल्थ टेस्ट रिपोर्ट्स देना भी अनिवार्य कर दिया है।

भारत और चीन के बीच अभी कमर्शियल फ्लाइट्स की शुरूआत नहीं हुई है। लेकिन एयर इंडिया कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान दुनिया के अलग-अलग देशों में फंसे भारतीयों के लिए वंदे भारत मिशन के तहत विशेष बचाव उड़ानें संचालित कर रहा है। पिछले दिनों ऐसी फ्लाइट्स में कई यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए थे। जिसके बाद चीन ने गैर-चीनी यात्रियों को के हवाई सफर पर रोक लगा दी है। 

चीन ने यह कदम दुनियाभर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर शुरू होने के बाद उठाए हैं। हालांकि कोरोना वायरस की शुरुआत चीन से ही हुई और वहीं से ये महामारी पूरी दुनिया में फैली। लेकिन अब चीन दूसरे देशों से आने वालों पर रोक लगाकर अपने यहां ये महामारी दोबारा फैलने से रोकने की कोशिश कर रहा है।  

कोरोना वायरस के चलते चीन ने मार्च में विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी। इसके बाद 28 सितंबर को उसने वैध ट्रैवल दस्तावेज या रेजिडेंशियल परमिट रखने वाले विदेशियों को प्रवेश की इजाजत दे दी थी। लेकिन अब एक बार फिर से महामारी रोकने के लिए उसने सख्त कदम उठाया है।

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की दूसरी लहर शुरू होने की आशंका के चलते कई देश फिर से तरह-तरह की पाबंदियां लगा रहे हैं। कई यूरोपीय देशों में दोबारा लॉकडाउन भी शुरू हो गया है। चीन का यह कदम भी महामारी से बचने की दुनिया भर में जारी कोशिशों का ही एक हिस्सा है।