वाशिंगटन। दुनिया के सबसे अमीर आदमी और अमेजन कंपनी के मालिक जेफ बेजोस के साथ अंतरिक्ष की सैर करने वाले शख्स का चुनाव कर लिया गया है। इस शख्स का चयन ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया के बाद हुआ है। अंतरिक्ष की यात्रा के लिए इस शख्स ने 28 मिलियन डॉलर करीब 205 करोड़ रुपए का टिकट खरीदा है। हालांकि, अबतक इस शख्स का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि ये भी कोई अरबपति ही है।

दरअसल, अमेरिका की ब्लू ऑरिजिन कंपनी अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा 20 जुलाई को शुरू करने जा रही है। इस कंपनी के मालिक भी जेफ बेजोस ही हैं और वे खुद अंतरिक्ष की सैर करने जा रहे हैं। यह पैसेंजर फ्लाइट 20 जुलाई को लॉन्च साइट टेक्सास से उड़ान भरेगी। अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस ने पिछले सप्ताह ही बताया था कि वे अपने भाई मार्क के साथ इस पहली फ्लाइट में स्पेस की उड़ान भरेंगे। उनके न्यू शेफर्ड रॉकेट में एक व्यक्ति की सीट रिक्त थी, जिसकी नीलामी की गई।

ब्लू ऑरिजिन के मुताबिक इस एकमात्र सीट के लिए आयोजित बोली में दुनिया के 159 देशों के 7,600 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। ब्लू ऑरिजिन ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि आने वाले सप्ताहों में नीलामी की प्रक्रिया पूरी चौथे और अंतिम क्रू मेंबर के नाम की घोषणा की जाएगी। न्‍यू शेफर्ड रॉकेट की यह 16वीं उड़ान है, लेकिन इंसान के साथ यह उसकी पहली उड़ान है। यह अंतर‍िक्ष की सैर मात्र 11 मिनट तक चलेगी।

बेजोस ने अपनी इस यात्रा के बारे में इंस्‍टाग्राम पर लिखा, 'धरती को अंतरिक्ष से देखना, आपको बदल देता है, इस ग्रह से आपके रिश्ते को बदल देता है। मैं इस उड़ान में सवार होना चाहता हूं क्योंकि यह एक ऐसी चीज है, जिसे मैं हमेशा से ही अपने जीवन में करना चाहता था। यह एक रोमांच है। यह मेरे लिए बेहद अहम है।' बता दें कि इस यात्रा के लिए 20 जुलाई का दिन इसलिए चुना गया है कि अमेरिका के अपोलो-11 मिशन ने चांद की सतह पर कदम इसी दिन रखा था।

ब्लू ऑरिजिन के जिस न्‍यू शेफर्ड कैप्‍सूल से यह यात्रा की जाएगी वह पूरी तरह से स्‍वचालित है और उसमें पायलट की जरूरत नहीं है। इस रॉकेट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि आपात स्थिति में कैप्‍सूल बीच रास्‍ते में ही रॉकेट से अलग हो जाएगा और यात्री उस रॉकेट से दूर हो जाएंगे। इतना ही नहीं कैप्‍सूल को इस तरह से बनाया गया है कि अगर पैराशूट नहीं खुलता है तो भी वह पृथ्‍वी पर सही सलामत उतर जाएगा। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी सुरक्षा होने के बाद भी यह अंतरिक्ष यात्रा पूरी तरह से खतरे से मुक्‍त नहीं है। यह जानलेवा भी साबित हो सकती है।