20 जनवरी को अमेरिका के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया। भारतीय मूल की कमला हैरिस अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनीं। बुधवार को यूएस कैपिटॉल पर देश के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले जो बाइडेन ने उन्हें आधिकारिक रूप से अपना उपराष्ट्रपति बनाया।  कमला हैरिस ने माइक पेंस की जगह ली है और इसी के साथ उन्होंने अमेरिका के इतिहास में एक नया पन्ना जोड़ दिया। एक महिला के रूप में अमेरिका ने पहली बार किसी को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना है।

56 साल की कमला हैरिस की यह उपलब्धि इसलिए बड़ी मानी जा रही है कि उन्होंने अमेरिका ही नहीं, अफ्रीका, एशिया और भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक के रूप में कई कीर्तिमान एक साथ बनाए। वो सैन फ्रैंसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अर्टानी बननेवाली पहली महिला रहीं। वो पहली अफ्रीकन अमेरिकन, पहली एशियन अमेरिकन, पहली भारतीय मूल की अमेरिकन और पहली यूएस महिला उपराष्ट्रपति जैसे अनेक उपलब्धियों के लिए जानी जाएंगी।

नवंबर में अपनी जीत के बाद दी गई पहली स्पीस में उन्होंने अपनी मां श्यामला गोपालन को याद करते हुए कहा था कि आज वो जो कुछ भी हैं, इसके लिए उनकी मां ने ही उन्हें तैयार किया। उन्होंने कहा कि उनकी मां कहा करती थीं कि किसी भी नाकामयाबी पर शिकायत करने की बजाय कोशिश करो और उसे कामयाब करो। यही शिक्षा उन्हें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देती रही।

कमला हैरिस खुद को अमेरिकन मानती हैं लेकिन वो भारतीय मूल की श्यामला गोपालन और अफ्रीकी मूल (जमैका) के पिता डोनाल्ड हैरिस की संतान हैं। पिता से तलाक के बाद उनकी मां ने ही बेटी की शिक्षा दीक्षा की। उनकी मां मैकगिल यूनिवर्सिटी में शिक्षिका रहीं और कमला हैरिस और उनकी बहन माया का पालन पोषण अमेरिका में ही हुआ। कमला हैरिस हार्वड यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल करने के बाद एक सफल सरकारी अभियोक्ता बनीं और लगातार दूसरों को न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत रहीं।