भोपाल। मध्य प्रदेश में हो रही भारी बारिश अब आफत बनकर जन-जीवन प्रभावित कर रही है। चित्रकूट में पिछले दो दिनों से तेज बारिश हो रही है। जिसके चलते मंदाकिनी नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई। इससे रामघाट, भरतघाट समेत कई घाटों में पानी भर गया है। अति बारिश के कारण स्थानीय लोगों के घरों में जलभराव हो गया है। लोग नाव से सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। इसके अलावा सिवनी, छतरपुर, उमरिया, कटनी सहित कई जिलों में बाढ़ जैसी हालात है।
वहीं एमपी में एक जून से शुक्रवार सुबह 8:00 तक 392.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। जो सामान्य बारिश से 70 फीसदी ज्यादा है। सबसे ज्यादा नुकसान मंडला जिले में हुआ है। यहां बाढ़ से 7 लोगों की मौत हो गई। वहीं 2 अब भी लापता है। मानसून सीजन में अब तक एमपी में 16 इंच पानी गिर चुका है। इसका पूर्वी हिस्से में सबसे ज्यादा असर है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 19 जिलों में शनिवार और रविवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
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मैहर में मां शारदा माता मंदिर के मार्ग पर करीब 3 फीट पानी भर गया। जिससे श्रध्दालुओं को मंदिर जाने के रास्ते में दिक्क्तें हो रही है। उमरिया में संजय गांधी ताप विघुत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। शहडोल में बाणसागर डैम के दो गेट खोले गए हैं। डैम का जलस्तर 339.13 मीटर पर पहुंच गया है। यहां अलर्ट अलार्म जारी किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबित, तहसीलदार कमलेश सिंह ने कहा कि रात में काफी बारिश हुई। जिससे कई इलाकों में पानी भर गया है। लोगों को उंचे स्थान पर जाने के लिए अलर्ट किया जा रहा है। प्रशासन राशन- पानी का इंतजाम कर रही है। साथ ही यहां एसडीआरएफ की टीम तैनात भी की गई है।