केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने दावा किया है कि 15 जून को भारतीय और चीनी सैनिको के बीच हुई हिंसक झड़प की वजह पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 के पास बने चीनी टेंट में रहस्यमयी तरीके से लगी आग थी। जनरल वीके सिंह ने यह भी दावा किया कि इस हिंसक झड़प में चीन के चालीस से अधिक सैनिक मारे गए। हालांकि, चीन की तरफ से अभी तक हताहत हुए सैनिकों की संख्या के बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया है। वहीं इस हिंसक झड़प में बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए।

एक टीवी न्यूज चैनल एबीपी न्यूज से जनरल वीके सिंह ने कहा, “15 जून की रात गलवान घाटी के पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 के पास चीनी टेंट में रहस्यमय तरीके से आग लग गई।  भारतीय सैनिक उसी वक्त वहां ये देखने गए थे कि चीन ने अपने टेंट हटाए हैं या नहीं। चीनी सैनिकों को लगा कि टेंट में आग भारतीय सैनिकों ने लगाई है। इसी वजह से चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़प हो गई।”

पूर्व थलसेना अध्यक्ष वीके सिंह ने कहा कि चीन और भारत के बीच कमांडर स्तर की बातचीत में यह तय हुआ था कि एलएसी के पास दोनों देशों के सैनिक नहीं रहेंगे। हालांकि, भारतीय सैनिक जब एलएसी के पास गए तो उन्होंने पाया कि चीनी सैनिक अभी तक गए नहीं हैं और उन्होंने टेंट भी बना लिया है। उन्होंने आगे बताया कि इसके बाद बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर ने चीनी सैनिकों से टेंट हटाने को कहा। जब चीनी सैनिक टेंट हटा रहे थे तो अचानक से उसमें रहस्यमयी तरीके से आग लग गई। इसके बाद दोनों पक्षों में हिंसक झड़प हो गई।