मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर लगातार तेज होता जा रहा है। शुक्रवार–शनिवार की रात प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। हैरानी की बात यह रही कि राजधानी भोपाल, नौगांव और उमरिया जैसे मैदानी जिले हिल स्टेशन पचमढ़ी से भी ज्यादा ठंडे रहे। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर राजगढ़ रहा। यहां का न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड 3.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
राजधानी भोपाल और नौगांव में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री, उमरिया में 4.7 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि, पचमढ़ी में पारा 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा था। बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में 6.2 डिग्री, ग्वालियर में 6.7 डिग्री, उज्जैन में 7.3 डिग्री और जबलपुर में 7.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। प्रदेश के करीब 25 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे चला गया है जिससे शीतलहर का असर साफ नजर आने लगा है।
खजुराहो, रीवा, रायसेन, शिवपुरी, दमोह, मंडला, दतिया, सतना, गुना, श्योपुर, धार और रतलाम सहित कई जिलों में रातें बेहद सर्द रहीं थीं। 16 से अधिक जिलों में घना कोहरा छाया रहा जिसकी वजह से रेल यातायात प्रभावित हुआ और कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चली थी।
मंडला में सुबह करीब साढ़े आठ बजे नर्मदा तट का महिष्मती घाट और पुल घने कोहरे में पूरी तरह ढके नजर आए। यहां न्यूनतम तापमान पिछले दिन के मुकाबले करीब 1.5 डिग्री गिरकर 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विदिशा जिले में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अधिकतम तापमान 25 डिग्री के आसपास बना हुआ है जबकि न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक पहुंच गया है। शनिवार सुबह मैदानी इलाकों में हल्का कोहरा छाया रहा था। ठंड के बावजूद सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवा बड़ी संख्या में स्टेडियम पहुंचकर दौड़ की प्रैक्टिस करते दिखे।
छतरपुर में रात का तापमान 5 डिग्री दर्ज किया गया जबकि दिन का तापमान 23 से 24 डिग्री रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, हिमालय की ओर से चल रही बर्फीली हवाओं के कारण आने वाले दिनों में तापमान और गिर सकता है। अनुमान है कि 30 दिसंबर तक ठंड का असर और बढ़ेगा। इंसान गर्म कपड़ों और अलाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं, जानवर भी आग के पास खड़े होकर खुद को गर्म करते नजर आ रहे हैं।
धार शहर में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री दर्ज किया गया था जो शनिवार को गिरकर 8.1 डिग्री तक पहुंच गया। शीतलहर के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। झाबुआ जिले में भी मौसम पिछले कई दिनों से एक जैसा बना हुआ है। यहां न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री दर्ज किया गया। रात में ठंडी हवाओं के कारण लोग घरों में ही दुबके रहे। खेतों में फसलों पर ओस जम रही है। दिसंबर में यहां सबसे कम तापमान 19 दिसंबर को 7.8 डिग्री दर्ज किया गया था। इसके बाद पारा 10–11 डिग्री के आसपास ही बना हुआ है।
भिंड जिले में तीन दिन बाद फिर से कोहरा छाया। सुबह कोहरे की चादर में लिपटे शहर में लोग ठिठुरते नजर आए। यहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री और अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रायसेन में शनिवार सुबह तेज ठंड के बीच भोपाल रोड स्थित चोपड़ा तालाब से कोहरा उठता दिखाई दिया। वहीं, पक्षी हल्की धूप में बैठकर ठंड से राहत लेते नजर आए।
शाजापुर जिले के अकोदिया में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। सुबह से ही सड़कें सुनसान और विजिबिलिटी बेहद कम हो जाती हैं। यहां न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस सीजन की अब तक की सबसे सर्द रात रही। लोग अलाव का सहारा लेते दिखाई दिए।
नर्मदापुरम जिले में भी ठंड का असर बना हुआ है। नरूटोपा क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 11 से 12 डिग्री के बीच रहा जबकि पचमढ़ी में तापमान 3 डिग्री तक पहुंच गया था। हालांकि, फिलहाल यहां कोहरे का असर नहीं दिख रहा है लेकिन ठंड तीखी बनी हुई है। इसके बावजूद लोगों की दिनचर्या पर खास असर नहीं पड़ा है। पुलिस और सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवा मैदानों में अभ्यास करते दिखे। वहीं, कई लोग मॉर्निंग वॉक और ओपन जिम में भी नजर आए।
प्रदेश के पांच बड़े शहरों में ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 7 डिग्री, जबकि इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा मंदसौर में 4.6 डिग्री, शहडोल के कल्याणपुर में 4.9 डिग्री, शाजापुर में 5.4 डिग्री, रीवा में 5.5 डिग्री, शिवपुरी और खजुराहो में 6 डिग्री, नौगांव और दतिया में 6.2 डिग्री तथा उमरिया में 6.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।