अमेरिका। ठंड के मौसम की शुरुआत होने के साथ ही अमेरिका और ब्रिटेन में एक और बड़े खतरे ने दस्तक दे दी है। कोरोना के एक नए वेरिएंट ने वहां के लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। इस नए वैरिएंट का नाम XFG है, जिसे आमतौर पर स्ट्रेटस कहा जाता है। इसकी पहचान इस साल जनवरी में दक्षिण-पूर्व एशिया में हुई थी। जिसके बाद यह वैश्विक स्तर पर फैल गया और फिलहाल इसका सबसे ज्यादा प्रभाव अमेरिका में देखा जा रहा है।

अमेरिका में स्ट्रेटस वैरिएंट का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यह अब तक 19 राज्यों में फैल चुका है। इनमें नेवादा, यूटा, कनेक्टिकट और डेलावेयर जैसे राज्य प्रमुख हैं। बीते 20 सितंबर को अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) ने रिपोर्ट दी कि इन राज्यों के गंदे पानी में वायरस का लेवल ज्यादा दर्ज किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह इम्यून सिस्टम को चकमा देने की क्षमता रखता है जिसकी वजह से इस संक्रमण के फैलने की रफ्तार तेज है।

ये भी पढ़ें:छिंदवाड़ा में बच्चों की मौत पर गरमाई सियासत, कफ सिरप के बचाव में उतरे स्वास्थ्य मंत्री, कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप

ब्रिटेन की स्थिति भी चिंताजनक है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, वहां XFG और इसके साथ NB.1.8.1 यानी निंबस के चलते कोरोना के मामलों में उछाल आया है। ब्रिटिश सरकार की जीनोमिक निगरानी में सामने आया कि पिछले महीने सामने आए मामलों में से 35% XFG.3, 28% XFG, 11% NB.1.8.1, जबकि 7-7% XFG.5 और XFG.3.4.1 से जुड़े थे। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश में स्ट्रेटस काफी तेजी से फैल रहा है।

संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी जरूर हो रही है, लेकिन राहत की बात यह है कि अब तक के आंकड़ों को देखते हुए इस वैरिएंट को ज्यादा गंभीर नहीं माना गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 25 जून को एक डॉक्यूमेंट जारी कर XFG को SARS-CoV-2 वैरिएंट जैसा माना जा रहा है जिसे निगरानी में रखा गया है। संगठन का कहना है कि मौजूदा COVID-19 टीके के इस पर प्रभावी बने रहने की उम्मीद है।

ये भी पढ़ें:नहीं रहे शास्त्रीय संगीत के पुरोधा पंडित छन्नूलाल मिश्र, 91 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस

संक्रमित लोगों में ज्यादातर वही लक्षण दिखाई दे रहे हैं जो ओमीक्रॉन वेरिएंट में देखे जाते थे। इस संक्रमण से पीड़ित लोगों के गले में खराश, खांसी, नाक बंद होना या बहना, बुखार और ठंड लगने जैसे लक्षण देखें जा रहे हैं। इसके अलावा कई मरीजों को सांस लेने में कठिनाई, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, मतली, उल्टी और दस्त जैसी शिकायतें भी हो रही हैं।