रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच शांति की दिशा में एक बड़ी खबर आई है। रूस ने यूक्रेन के दो शहरों में सीजफायर का ऐलान किया है। यानी रूसी सैनिक इन दो शहरों में गोलीबारी अथवा बमबारी नहीं करेंगे। रूस ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि इन शहरों में फंसे आम लोगों को बाहर निकाला जा सके। इन शहरों में भारत के लोग न के बराबर हैं।

रूस ने यूक्रेन में 06:00 GMT यानी भारतीय समयानुसार 11:30 बजे से युद्धविराम की घोषणा की है। इस दौरान यूक्रेन के वॉर जोन में फंसे यूक्रेनी नागरिक समेत अन्य देशों के नागरिक ह्यूमेनिटेरियन कॉरिडोर के जरिए सुरक्षित बाहर आ सकेंगे। रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि यूक्रेन के मारियुपोल और वोल्नोवाखा शहरों से नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मॉस्को के समयानुसार सुबह 10 बजे से रूसी सेना युद्ध विराम लागू करेगी।

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उधर दूसरे मोर्चों पर रूस का आक्रामक रुख बरकरार है। राजधानी कीव समेत कई बड़े शहरों में एयर साइरन बज रहे हैं और लोगों को बंकरों में जाने की हिदायद दी जा रही है। रूसी सेना ने दक्षिणी यूक्रेन में आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। सड़कें और इमारतें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं और चारों तरफ सिर्फ दर्द का मंजर दिखाई दे रहा है। 

खारकीव और सूमी में भी रूसी सैनिकों ने जमकर कहर बरपाया है। इन दो शहरों में भारत के एक हजार से ज्यादा छात्र फंसे हुए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया है कि सूमी में करीब 700 और खारकीव में 300 छात्र फंसे हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार इन दो शहरों में सीजफायर की लगातार मांग कर रही है, लेकिन इस दिशा में अबतक रूस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

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रूस लगातार यह दावा कर रहा है कि इन शहरों में यूक्रेन द्वारा भारतीय छात्रों को बंधक बनाकर रखा गया है। हालांकि, भारत सरकार ने इन दावों को खारिज कर दिया है। बहरहाल, मारियुपोल और वोल्नोवाखा में सीजफायर के ऐलान को शांति की दिशा में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है। बता दें कि दोनों देशों के बीच 2 दौर की वार्ता हो चुकी है। जबकि तीसरे दौर की बात संभवतः आज या कल में हो सकती है।