वॉशिंगटन। कोरोना महामारी के ख़िलाफ़ दुनिया भर में जारी ज़ंग में एक अच्छी ख़बर आई है। अमेरिका में कोरोना से बचाव के लिए बनाई गई एक और वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंज़ूरी दे दी गई है। यह वैक्सीन दवाएँ बनाने वाली बड़ी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने तैयार की है। अमेरिका में मॉडर्ना और फाइज़र की वैक्सीन पहले से ही लगाई जा रही है।

जॉनसन एंड जॉनसन की 'जैनसेन' अमेरिका में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंज़ूरी पाने वाली तीसरी वैक्सीन होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति भवन ने तीसरे टीके को मंज़ूरी दिए जाने पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा है कि इससे अमेरिका में महामारी पर क़ाबू पाने में काफ़ी मदद मिलेगी। US फूड एंड ड्रग रेगुलेटरी एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के एडवाइजर पैनल ने शुक्रवार को इस वैक्सीन की सिफारिश के लिए वोटिंग की थी। इसमें 22 मेंबर्स ने इसके पक्ष में वोटिंग की थी। इसके विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा।

इस वैक्सीन की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि महामारी से बचाव के लिए इसकी सिर्फ़ एक ही खुराक देनी पड़ती है। हालाँकि बचाव के लिहाज से यह  वैक्सीन मॉडर्ना और फाइज़र के टीके की तुलना में कुछ कमज़ोर है। इस वैक्सीन का ट्रायल अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के 44 हजार से ज्यादा लोगों पर किया गया था। FDA के मुताबिक, यह वैक्सीन कोरोना के मॉडरेट और क्रिटिकल मरीजों को दी गई। इस दौरान यह 66.1 फ़ीसदी  इफेक्टिव रही। इसके मुक़ाबले मॉडर्ना और फाइज़र की वैक्सीन ट्रायल के दौरान 95 फीसदी तक असरदार पाई गई है। जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन की एक और अच्छी बात यह है कि इसे आम रेफ्रिजरेटर के तापमान में भी सुरक्षित रखा जा सकता है।

अमेरिका ने अब तक कोरोना के कुल 2.92 करोड़ केस की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 5.24 लाख से ज्यादा संक्रमितों की मौत हो गई। इस समय देश में वैक्सीन की डिमांड सप्लाई के मुकाबले कहीं ज्यादा है। ऐसे में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को अप्रूवल मिलने से बड़ी आबादी के वैक्सीनेशन में मदद मिलेगी। यह टीका 18 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को लगाया जाएगा। अमेरिका में अब तक 7 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।

2 हफ्ते पहले दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने अप्रूवल न होने के बावजूद जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन अपने हेल्थ वर्कर्स को देने का फैसला लिया था। मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक़ दक्षिण अफ़्रीका के हेल्थ स्टाफ के लिए वैक्सीन के 80 हजार डोज साउथ अफ्रीका पहुंच भी चुके हैं। दुनिया में अब तक 11.43 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 25.36 लाख लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 8.99 करोड़ लोग इंफ़ेक्शन के बाद ठीक हो चुके हैं।