हांगकांग। अमेरिका के साथ चल रहे शीत युद्ध के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना से युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। गुआंगडोंग में एक सैन्य बेस का दौरा करते हुए शी ने सैनिकों से कहा कि वे अपनी ऊर्जा लड़ाई की तैयारी में लगाएं और पूरी तरह से चौकन्ने रहें। चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने यह जानकारी दी। शी ने सैनिकों से कहा कि वे पूरी तरह से वफादार और भरोसेमंद रहें। 

शी जिनपिंग 14 अक्टूबर को शेनजेन के विशेष आर्थिक जोन की 40वीं वर्षगांठ के मौके पर भाषण देने गए थे। उसी दौरान उन्होंने सैन्य बेस का भी दौरा किया। शेनजेन के इस आर्थिक जोन ने चीन की अर्थव्यवस्था को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई है। 

दरअसल, कोरोना वायरस महामारी और ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। हाल ही में अमेरिका ने कहा है कि वह ताइवान को तीन हाइटेक हथियार सिस्टम बेचने की तैयारी कर रहा है। इसके जवाब में चीन ने कहा है कि अमेरिका ऐसा कोई कदम ना उठाए और ताइवान के साथ सभी प्रकार के सैन्य संबंध तोड़ ले। 

ताइवान की अगर बात करें तो यह द्वीपीय देश आधिकारिक तौर पर चीन द्वारा शासित नहीं किया गया लेकिन चीन का मानना है कि ताइवान उसके अधिकार क्षेत्र में आता है। शी जिनपिंग ने सैन्य प्रयोग के जरिए ताइवान को नियंत्रण में लेने की संभावनाओं से इनकार भी नहीं किया है। 

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इस बीच चीन की मनाही के बाद भी अमेरिका और ताइवान के संबंध मजबूत हुए हैं। इसे देखते हुए चीन ने ताइवान के आसपास सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं। चीन के लड़ाकू विमान सितंबर में सीमा पार कर चुके हैं। इसे ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग वेन ने सैन्य खतरा बताया था।