भोपाल। शिवराज सरकार मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक के पूरे स्वरूप को बदलने की योजना बना रही है। शिवराज सरकार अमरकंटक को प्राकृतिक और जैव विविधता केंद्र में तब्दील करने की तैयारी में है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरकांत को ख्याति दिलाने और टूरिस्ट स्पॉट बनाने के लिए यह सारी तैयारी है। 



शिवराज सरकार अमरकंटक में जैव विविधता और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र भी खोलना चाहती है। इसके साथ ही अमरकंटक में योगा इंस्टीट्यूट भी बनाया जाएगा। अमरकंटक के जंगलों में मौजूद औषधियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट किया जाएगा। अमरकंटक में गोल्फ कोर्स, हॉट एयर बैलून और पैरा ग्लायडिंग की व्यवस्था किए जाने की प्रस्तावना है। 



एमपी सरकार के जनसंपर्क मंत्रालय ने एक मीडिया रिपोर्ट को कोट करते हुए लिखा है कि सरकार अमरकंटक को नेचुरोपैथी और वेलनेस हब के रूप में विकसित करना चाहती है। इस ट्वीट में टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट को संलग्न किया गया है।






 रिपोर्ट के मुताबिक इन सबकी व्यवस्था करने के लिए अमरकंटक में ज़मीनों को भी चिन्हित कर लिया गया है। प्रशासन द्वारा इसको लेकर एक योजना भी तैयार कर ली गई है। सबकुछ सही रहने पर इस योजना को धरातली रूप देने के लिए काम भी शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि यह सबकुछ बिना स्थानीय जनता के सहयोग के नहीं हो पाएगा। ग्रामीणों को अपने घरों में पर्यटकों के रहने की व्यवस्था करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। 



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अधिकारियों ने मीडिया संस्थानों को इस योजना की पुष्टि करते हुए बताया है कि योजना को पूरा करने के लिए वन विभाग और आयुष मंत्रालय का सहयोग लिया जाएगा। इसके साथ ही ज़रूरत पड़ने पर निजी संस्थानों का भी सहयोग लिए जाने की बात कही जा रही है। शहडोल के कमिश्नर राजीव शर्मा ने मीडिया को बताया है कि अमरकंटक को वैश्विक स्तर पर ख्याति दिलाने और इसे एक टूरिस्ट स्पॉट में तब्दील करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्षेत्र का विकास राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।