भोपाल। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मध्य प्रदेश की कमल नाथ सरकार में गृह मंत्री रहे बाला बच्चन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की ज़िम्मेदारी संभाल सकते हैं। चर्चा है कि जल्द ही उनके नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है। हालांकि इस रेस में उमंग सिंघार का नाम भी चल रहा है। ख़बरों के मुताबिक उमंग सिंघार की दावेदारी के लिए कुछ कांग्रेसी नेताओं ने पार्टी हाईकमान को पत्र भी भेजा है।

ख़बरें हैं कि 28 दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले बाला बच्चन के नाम की घोषणा हो सकती है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के भीतर बाला बच्चन के नाम पर आम सहमति भी बन गई है। लिहाज़ा जल्द ही उनके नाम का औपचारिक तौर पर ऐलान हो सकता है। अब तक नेता प्रतिपक्ष की रेस में जीतू पटवारी और गोविन्द सिंह का नाम भी चल रहा था लेकिन अब लगभग यह स्थिति साफ हो चुकी है कि कांग्रेस दो बार विधायक दल के उपनेता रहे बाला बच्चन को ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाएगी।

दरअसल बाला बच्चन को नेता प्रतिपक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपने के पीछे एक बड़ी वजह उनका आदिवासी समुदाय से जुड़ा होना भी है। बाला बच्चन की गिनती प्रदेश के प्रमुख आदिवासी नेताओं में होती है। वे  2013 और 2018 में कांग्रेस के विधायक दल के उपनेता भी रह चुके हैं। फिलहाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की ज़िम्मेदारी कमलनाथ संभाल रहे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी कमल नाथ ही हैं। कहा जा रहा है कि कमल नाथ खुद भी पार्टी संगठन के काम में ज़्यादा वक्त देने के लिए नेता प्रतिपक्ष की ज़िम्मेदारी से मुक्त होना चाहते हैं।