इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में बिजली दरों में बढ़ोतरी के विरोध में शनिवार को शहर कांग्रेस कमेटी ने पोलोग्राउंड स्थित बिजली कंपनी मुख्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर के नाम एक ज्ञापन विद्युत मंडल के मुख्य अभियंता सचिन तालेवार को सौंपा गया।

इंदौर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दरें बढ़ाकर आम जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल दिया है। वहीं, प्रदेश से बाहर अन्य राज्यों को सस्ती बिजली दी जा रही है, जो जनता के साथ अन्याय है।

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कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि पहले ही स्मार्ट मीटर की गड़बड़ी और महंगाई से परेशान जनता पर अब नई टैरिफ दरों ने और मार डाली है। घरेलू उपभोक्ताओं को अब प्रति यूनिट 6.79 रुपए चुकाने होंगे, जबकि पहले यह दर 6.61 रुपए थी। दूसरी ओर, प्रदेश से बाहर बिजली 27 पैसे प्रति यूनिट सस्ती दर पर बेची जा रही है।

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस ने बिजली कंपनी में हुए कथित घोटालों का मुद्दा भी उठाया। नेताओं ने आरोप लगाया कि कंपनी में 100 करोड़ रुपए का IPDS घोटाला हुआ है, जिसकी जांच उन्हीं अधिकारियों के हाथ में है जो इसमें शामिल रहे हैं। दिनदयाल उपाध्याय योजना और RDSS योजना में भी अनियमितताओं का आरोप लगाया गया।

नेताओं ने यह भी कहा कि कुछ रसूखदार उपभोक्ताओं पर करोड़ों की बकाया राशि है, लेकिन वसूली नहीं की जा रही। साथ ही कई अधिकारी वर्षों से एक ही पद पर जमे हुए हैं। कुछ अधिकारियों के रिश्तेदार निजी कंपनियां बनाकर ठेके ले रहे हैं, जिससे भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। कांग्रेस ने मांग की कि बिजली दरों में की गई वृद्धि तुरंत वापस ली जाए और घोटालों की निष्पक्ष जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो।