छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप से अब तक 14 बच्चों की मौत हो चुकी है। बच्चों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। छिंदवाड़ा पुलिस ने आरोपी डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। डॉ. प्रवीण सोनी पर जहरीला सिरप प्रिस्क्राइब (लिखा) करने का आरोप है। पुलिस ने प्रवीण सोनी को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया है।

इस मामले में देर रात परासिया थाने में डॉक्टर प्रवीण सोनी और श्रीसन कंपनी के खिलाफ एफआईआर की गई और इसके बाद ही प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया गया। जहरीला कफ सिरप लिखने को लेकर स्वास्थ्य विभाग से बीएमओ अंकित ने की शिकायत की थी। 

छिंदवाड़ा में सिरप से बच्चों की मौत को लेकर मध्य प्रदेश सरकार की भी रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चों की मौत लापरवाही के कारण हुई है। जो सिरप बच्चों को दिया गया उसमें 46.2 फीसदी डायएथिलिन ग्लायकॉल की मात्रा मिली है। इसकी इतनी ज्यादा मात्रा ही बच्चों की मौत की एक वजह हो सकती है। 

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकारी डॉक्टर प्राइवेट क्लीनिक से ये दवा लोगों को लिखते रहे। इतना ही नहीं नागपुर से बायोप्सी रिपोर्ट आने के बावजूद भी आरोपी यह सिरप प्रिस्क्राइब करता रहा। बता दें कि मध्य प्रदेश में सिरप से जब छह बच्चों की मौत के बाद ही प्रशासन एक्टिव हुआ था। हालांकि, तब स्वास्थ्य मंत्री ने दवा कंपनी को बगैर जांच के क्लीनचिट दे दी थी। अब ये रिपोर्ट इस मामले में पांच दिन की जांच के बाद सामने आई है।

बाल रोग विशेषज्ञ प्रवीण सोनी परासिया में सरकारी डॉक्टर हैं। आरोप है कि वह यहां एक निजी क्लिनिक भी चला रहे थे। बताया जा रहा है कि जिन बच्चों की मौत हुई है उनमें से अधिकतर को सर्दी-खांसी जैसी शिकायतों के बाद डॉ. प्रवीण सोनी के क्लिनिक में लाया गया था और उन्होंने अन्य दवाओं के साथ 'कोल्डरिफ' लेने की सलाह दी थी। 

ये सिरप मध्य प्रदेश में बैन होने से पहले राजस्थान और तमिलनाडु में पहले बैन की गई थी। लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार 14 मौतों के बाद तब जागी जब तमिलनाडु सरकार ने जांच रिपोर्ट में बताया कि यह सिरप जहरीला है और इससे बच्चों का किडनी फेलियर होने की आशंका है। इसके बाद सीएम मोहन यादव ने स्वीकारा कि इसी सिरप से बच्चों की मौत हुई है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बवाल बढ़ने के बाद कोल्ड्रिफ कफ सिरप पूरे प्रदेश में प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया। साथ ही मानकों पर खरी न उतरने वाली दवा को छापामारी करके जब्त करने के निर्देश दिए हैं। सीएम मोहन यादव ने शनिवार को कहा था कि दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने मृतक बच्चों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता और बीमार बच्चों का इलाज कराने की भी घोषणा की है।