भोपाल। मध्यप्रदेश में कहीं अच्छी वर्षा से किसानों के चेहरे खिले हैं, तो कई जिलों के किसान अब भी बरसात की बाट जोह रहे हैं। प्रदेश में पिछले कई दिनों से बारिश का सिलसिला थम सा गया है। अगले 48 घंटों तक प्रदेश का मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। प्रदेश के मालवा निमाड, बुंदेलखंड, महाकौशल के कई जिलों में कम बरसात हुई है, जिससे किसानों की फसल खराब होने की आशंका बनी हुई है। एक जून से 26 अगस्त तक के आंकड़ों को अनुसार बड़वानी 34%, धार 39%, इंदौर 26%, खरगोन 41%, बुरहानपुर 21%, समेत हरदा 29%, होशंगाबाद 20 %, सिवनी 30%, बालाघाट 38%, मंडला 22%, जबलपुर 42%, कटनी 33%, पन्ना 37%, छतरपुर 24%, दमोह 43%, मंडला 22%  जिलों में औसत से कम वर्षा दर्ज की गई है। जिससे इन जिलों में सूखे की स्थिति बनती नजर आ रही है। अगर आगामी दिनों में इन जिलो में वर्षा नहीं हुई तो यह किसानों के लिए परेशानी का सबब बन जाएगा।

जहां सप्ताह भर पहले तक प्रदेश में औसत बारिश का आंकड़ा एक्सेस में चल रहा था, वहीं अब एक बार फिर बारिश में कमी दर्ज की गई है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक 686.5 मिलीमीटर बारिश हुई है वहीं सामान्य बारिश का आंकड़ा 707.4 मिलीमीटर है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में 3 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है। लेकिन एक बार फिर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगस्त के आखिरी तीन दिनों में प्रदेश में नए सिस्टम की वजह से अच्छी बरसात मिलने की उम्मीद है।

 27 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बन रहा है। जिसकी वजह से मध्यप्रदेश और उसके सीमावर्ती प्रदेशों में झमाझम बरसात होगी। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया है। शहडोल, जबलपुर, भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में गरज चमक के साथ बरसात हो सकती है। बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, नीमच, रीवा, सतना जिलों में वर्षा होने के आसार हैं।