भोपाल। देशभर में लोग ईद की तैयारियों में जुटे हुए हैं। हालांकि, भोपाल सेंट्रल जेल के कैदियों की ईद इस बार फीकी रह सकती है। दरअसल, जेल प्रशासन ने इस साल भोपाल के सेंट्रल जेल में कैदियों और परिजनों की खुली मुलाकात पर लोग लगा दी है। इसे लेकर जेल के बाहर आदेश चस्पा किया गया है। कांग्रेस ने जेल प्रशासन पर कैदियों के साथ धार्मिक आधार पर भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अब्बास हफीज ने शुक्रवार को जेल एडीजी से मुलाकात कर ईद पर कैदियों से खुली मुलाकात हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस बार, अचानक ईद के मौके पर, रखरखाव के बहाने खुली मुलाकातों को रोक दिया गया है। यह मानव अधिकारों का उल्लंघन है। प्रबंधन को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए या ईद के दिन निर्माण कार्य रोक देना चाहिए ताकि खुली मुलाकातें हो सकें।

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कांग्रेस प्रवक्ता ने जेल प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि जेल प्रशासन द्वारा माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ऐसे मनमाने फैसले राज्य सरकार के दबाव में लिए जा रहे हैं, जो अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को अपने परिवारों से त्योहारों पर मिलने से रोक रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाए कि इसी महीने होली पर जब खुली मुलाकात की व्यवस्था थी तो अचानक से यह निर्णय क्यों लिया गया।

बता दें कि पिछले साल तक खुले में मुलाकात होती थी, लेकिन इस बार जेल प्रशासन ने बताया कि जेल के अंदर निर्माण कार्य चल रहा है। जिसके कारण इस बार इस आयोजन सम्भव नहीं हो पाएगा। इसे लेकर अब विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद भी इस संबंध में जेल प्रशासन को एक पत्र लिखा है। उन्होंने जेल अधीक्षक से अनुरोध करते हुए लिखा है कि ईद के अवसर पर बंदियों को उनके परिवारजनों से खुली मुलाकात कराई जाए।