उज्जैन जिले के बड़नगर तहसील अंतर्गत अजनावदा गांव में रहने वाले किसान हीरालाल पाटीदार ने अपनी सोयाबीन की फसल को आग के हवाले कर दिया। हीरालाल ने इस बार 28 बीघा जमीन पर 1135 वैराइटी की सोयाबीन की बुवाई की थी, लेकिन फसल में पीला मोजक फंगस लगने के कारण करीब 15 बीघा की फसल बुरी तरह से खराब हो गई। जब कटाई का समय आया तो उपज इतनी कम हुई कि प्रति बीघा 20 किलो सोयाबीन भी नहीं मिली, जो कि सामान्य उपज से बहुत कम है। इसके कारण बुवाई और कटाई का खर्चा भी नहीं निकल पाया।
किसान ने बताया कि हार्वेस्टर से कटाई कराने के बाद भी मशीन का किराया नहीं निकल सका और मंडी में फसल बेचने पर भी लागत वसूलना मुश्किल हो गया। निराश होकर उन्होंने अपनी मेहनत से उगाई गई फसल में आग लगा दी। उन्होंने कहा कि अगर बाजार में सोयाबीन बेचते, तो और अधिक नुकसान झेलना पड़ता।
इस घटना के बाद प्रशासन ने हस्तक्षेप करते हुए फसल बीमा क्लेम की प्रक्रिया शुरू की है। नायब तहसीलदार दुर्वेन्द्र दुबे ने बताया कि कृषि विभाग ने भी फसल का सर्वे किया है और बीमा कंपनी से संपर्क कर क्लेम दर्ज करवा दिया गया है। प्रशासन ने किसान को आश्वासन दिया है कि उन्हें फसल नुकसान का पूरा मुआवजा मिलेगा ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।