ग्वालियर के गोला का मंदिर इलाके में एक नाबालिग छात्रा ने अपने परिवार को नींद की गोलियों से बेहोश कर घर से भागने की चौंकाने वाली घटना को अंजाम दिया। 17 वर्षीय इस छात्रा ने शनिवार और रविवार की दरमियानी रात को पहले परिवार के सभी सदस्यों को आलू के पराठे बनाकर खिलाए, जिनमें उसने नींद की गोलियां मिला दी थीं। इसके बाद, वह अपने प्रेमी मोहनसिंह के साथ घर से फरार हो गई। सुबह जब मां, भाई और बहन की नींद खुली, तो सभी का सिर चकरा रहा था और घर में सामान बिखरा पड़ा था। अलमारी खुली हुई थी और उसमें रखे पुश्तैनी गहने व एक लाख रुपए नकद गायब थे।
छात्रा की सगाई छह दिन पहले ही मुरार निवासी एक युवक के साथ हुई थी। परिवार ने यह कदम छात्रा के प्रेम प्रसंग की वजह से उठाया था, ताकि उसका ध्यान भटक सके और वह नए जीवन की शुरुआत कर सके। छात्रा ने सगाई के दौरान कोई आपत्ति नहीं जताई थी और सामान्य दिखाई दे रही थी। हालांकि, किसी को यह अंदाजा नहीं था कि वह इस तरह से भागने की योजना बना रही थी।
परिजन ने जब बेटी को घर में नहीं पाया तो वे उसके प्रेमी मोहनसिंह के घर पहुंचे, जो उसी इलाके में रहता था। वहां जाकर पता चला कि मोहनसिंह भी लापता है। बताया गया है कि छात्रा और मोहनसिंह की दोस्ती पिछले एक साल से थी और करीब एक माह पहले मां ने बेटी को उसके साथ मोबाइल पर बातचीत करते हुए पकड़ लिया था, जिसके बाद से ही घर से निकलना और स्कूल जाना बंद करा दिया गया था।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सीएसपी अशोक जादौन ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दो टीमें बनाई हैं, जो इलाके के साथ-साथ स्टेशन और बस स्टैंड के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं, ताकि नाबालिग का सुराग मिल सके। फिलहाल पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है, लेकिन सभी संभावित ठिकानों पर जांच की जा रही है।
परिजन के अनुसार, घटना से पहले छात्रा ने सभी को बहुत प्यार से पराठे खिलाए थे, लेकिन उसने खुद खाने से परहेज किया था। उस समय यह बात सामान्य लग रही थी, पर अब यह साफ हो गया है कि उसने यह सब पहले से ही प्लान कर रखा था।