रीवा। मध्यप्रदेश में लगातार जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल जारी है। जूडा हड़ताल के छठवें दिन रीवा श्याम शाह मेडिकल कालेज के जूनियर डॉक्टरों ने भींख मांगकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वाले डॉक्टरों ने सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश का विरोध किया। उन्होंने कहा है कि हम लोग गरीब घर के छात्र कंपटीशन क्वालीफाई करके ये सीट पाएं हैं। लेकिन अब सरकार बांड के 750 करोड़ रुपए मांग रही है।  देश के सबसे बड़े टेस्ट को क्वालीफाई कर बड़े चिकित्सक बनने का ख्वाब पाल कर रखे थे, लेकिन राज्य सरकार से सेकंडों में चकनाचूर कर दिया है।

जूडा के जिला अध्यक्ष डॉ. रजनीश मिश्रा ने बताया कि  सरकार हमारी छह सूत्रीय मांगों पर कोई अमल नही कर रही है। अभी तक सरकार की ओर से कोई वार्तालाप तक नहीं किया गया है। जूडा के छात्रों के परिजनों को सरकार पुलिस और प्रशासन का खौफ पैदा कर रही है।


जूडा के ज्वाइंट सिकेट्री डॉ. सरितेश ठाकुर ने कहा कि रीवा एसएस मेडिकल कालेज के छात्रों के सपोट में पीसी फस्ट, सेकंड और थर्ड ईयर के जूडा को मिलाकर कुल 173 लोग हड़ताल में शामिल है। वहीं समर्थन में इंटर्नसिप करने वाले 98 चिकित्सक, 42 सीनियर ​रे​सीडेंस और 16 जूनियर ​रेसीडेंस हमारे साथ हड़ताल में बैठे है।

जूडा के जिला उपाध्यक्ष डॉ. सरदार विक्रम सिंह बैस ने कहा की हॉस्टल खाली करने का रीवा में ऐसा कोई आदेश अभी नहीं आया है। सरकार सिर्फ अभी भोपाल के गांधी मेडिकल कालेज, जबलपुर के सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज और इंदौर के एमवाय हास्टल खाली कराने के आदेश दिए है।