इंदौर। मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) पर सिंधिया राजघराने का दबदबा कायम है। क्रिकेट एसोसिएशन की कमान अब सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी के हाथों में आ गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महानआर्यमन सिंधिया मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। उनके साथ पूरी कार्यकारिणी का चुनाव भी निर्विरोध हुआ है।

महानआर्यमन सिंधिया ने एमपीसीए के सबसे युवा अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालकर नया इतिहास रच दिया है। पदभार ग्रहण समारोह में केंद्रीय मंत्री और पूर्व अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित एमपीसीए के तमाम सदस्य मौजूद रहे। एमपीसीए की वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) मंगलवार को इंदौर के होलकर स्टेडियम में हुई। इसमें नई कार्यकारिणी चुने जाने की घोषणा की गई।

इससे पहले ज्योतिरादित्य ने महानआर्यमन के साथ खजराना गणेश मंदिर में दर्शन किए। उनके साथ मंत्री तुलसीराम सिलावट भी मौजूद रहे। एजीएम के लिए ज्योतिरादित्य और महानआर्यमन सिंधिया सोमवार रात ही इंदौर पहुंच गए थे। सिंधिया पैनल के सुधीर असनानी एमपीसीए के सचिव बने हैं। अरुंधति किरकिरे सहसचिव, विनीत सेठिया उपाध्यक्ष, संजीव दुआ कोषाध्यक्ष बने हैं। मैनेजिंग कमेटी में संध्या अग्रवाल, प्रसून कनमड़ीकर, राजीव रिसोड़कर और ब्रजेश राणा को चुना गया है। 

महानआर्यमन पिछले तीन साल से क्रिकेट के लिए सक्रिय हैं। 2022 में ग्वालियर डिविजनल क्रिकेट एसोसिएशन (जीडीसीए) का उपाध्यक्ष नियुक्त करने के साथ ही उन्हें एमपीसीए का आजीवन सदस्य बनाया गया था। उन्होंने मध्य प्रदेश क्रिकेट लीग (एमपीएल) की शुरुआत की। वे पिछले दो साल से ग्वालियर में एमपीएल का सफल आयोजन करा रहे हैं।

इसी के साथ अब सिंधिया परिवार की तीसरी पीढ़ी के हाथों में MPCA की कमान आ गई है। महानआर्यमन के दादा माधवराव सिंधिया और पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी MPCA प्रेसिडेंट रह चुके हैं। माधवराव सिंधिया 37 साल की उम्र में MPCA अध्यक्ष बने थे। जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया 35 वर्ष की आयु में ही बोर्ड के अध्यक्ष बने और उनके पास सबसे कम आयु में अध्यक्ष बनने का रिकॉर्ड था। अब यह रिकॉर्ड महानआर्यमन के नाम है।