भोपाल। राजधानी भोपाल में कार से एक ठेले के टकराने पर महिला आग बबूला हो गयी। महिला ने ठेले पर रखे पपीते नीचे फेंक दिये। इसके बाद ठेले को नाली में पलट दिया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाया। लेकिन महज़ पीड़ित को महज़ दो हज़ार रुपए का भुगतान करा कर पुलिस ने पूरे मामले को रफा दफा कर दिया।  

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला और ठेले वाले के बीच यह विवाद 3 जनवरी को हुआ था। कार सवार चित्रलेखा तिवारी की कार से अशरफ का ठेला टकरा गया था। जिस वजह से आग बबूला हुई महिला ने अपना सारा गुस्सा ठेले वाले पर निकाल दिया। महिला ने ठेले के ऊपर रखे सारे पपीते फेंक दिये। इसके बाद पीड़ित के ठेले को नाली में पलट दिया।  

इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ। वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया के संज्ञान में आया। जिसके बाद कलेक्टर ने फौरन कार्रवाई के निर्देश दिये। कलेक्टर के आदेश के बाद पुलिस ने वीडियो के आधार पर लोगों की खोजबीन शुरु की। जल्द ही आरोपी महिला चित्रलेखा तिवारी और पीड़ित अशरफ तक पुलिस पहुँच गई।  

दोनों को पुलिस अपने साथ थाने लेकर आयी और महज़ दो हज़ार रुपए में समझौता करा मामले को रफा दफा कर दिया। पुलिस के इस रवैये का सोशल मीडिया पर लोग विरोध कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि एक तो ठेले वाले का इतना नुकसान हो गया, उसके साथ इतनी बदतमीज़ी की गयी। इसके बाद पुलिस ने आखिर किस आधार पर महज़ दो हज़ार रुपए देकर मामले को रफा दफा करने का फैसला कैसे कर लिया। 

यह भी पढ़ें ः ठेलेवाले पर ठसक दिखाती महिला प्रोफ़ेसर ने फेंके सारे फल, सड़क पर आने जानेवालों ने भी की अनदेखी

पीड़ित का पक्ष 
पीड़ित अशरफ ने मीडिया को इस पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया कि 3 तीन जनवरी को उसका ठेला चित्रलेखा तिवारी की कार से गलती से टकरा गया था। जिसके बाद अशरफ ने महिला से तत्काल माफी भी मांग ली थी। खुद चित्रलेखा तिवारी ने भी उसे माफ कर दिया था। लेकिन थोड़ी ही देर बाद महिला उसके ठेले के पास आ धमकी और बदतमीज़ी करने लग गयी। महिला अचानक ठेले पर रखे पपीता उठाकर फेंकने लगी। इसके बाद महिला ने ठेले को पलट दिया। अशरफ ने बताया कि इस दौरान महिला उसे धमकी भी दे रही थी। महिला का कहना था वह कमिश्नर की बेटी है, इसलिये उसका कोई कुछ नहींं बिगाड़ सकता।  

महिला का पक्ष 
वहीं इस पूरे मामले में चित्रलेखा तिवारी ने मीडिया के सामने अपना पक्ष भी रखा है। चित्रलेखा तिवारी एक निजी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। चित्रलेखा ने बताया कि ठेले वाले ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी। हालांकि चित्रलेखा ने अशरफ द्वारा तत्काल माफी मांगने जैसी किसी बात का ज़िक्र मीडिया से नहीं किया है। चित्रलेखा ने बताया है कि ठेला टकराने के बाद जब उन्होंने कार से बाहर उतर कर देखा, तो उनकी कार की हेड लाइट टूटी हुई थी। जिस वजह से वे अपना आपा खो बैठीं। चित्रलेखा तिवारी ने कहा कि इसके बाद उन्होंने ठेले वाले को रोकने की कोशिश की। जिस पर ठेले वाले ने कहा कि आप भी ठेले में ठोकर मार दो। चित्रलेखा तिवारी ने कहा कि इतने में दो तीन लोग आ कर उनसे बदसलूकी करने लगे। जिसके बाद गुस्से में आ कर उन्होंने पपीते फेंक दिये।