भोपाल।मध्य प्रदेश में अब अधिकारियों और कर्मचारियों के जींस और टी शर्ट पहन कर ऑफ़िस आने पर रोक लगा दी गई है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के निर्देश के बाद ग्वालियर संभाग आयुक्त ने आदेश जारी कर कहा है कि अगर अधिकारी और कर्मचारी इस आदेश का पालन नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारी संगठन ने इसे प्रताड़ना कहते हुए ड्रेस कोड सभी पर लागू करने की बात कही है। 

कर्मचारियों के जींस और टी शर्ट पहन कर ऑफ़िस आने पर पाबंदी 20 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की समीक्षा बैठक में मंदसौर के एक अधिकारी के टीशर्ट पहन कर आने के बाद लागू की गई है। बैठक के बाद अधिकारियों द्वारा अनौपचारिक परिधान पहनने पर आपत्ति जताते हुए मुख्य सचिव ने राज्य के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को फ़ॉर्मल ड्रेस पहनने का निर्देश दिया है। 

इस संबंध में शुक्रवार को ग्वालियर संभाग के कार्यालय आयुक्त एमबी ओझा ने संभाग के सभी अधिकारियों को कार्यालयीन समय पर औपचारिक वस्त्र धारण करने का आदेश दिया है। एमबी ओझा ने इस आदेश का पालन नहीं होने और अवेहलना पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

कर्मचारियों को प्रताड़ित न करे राज्य सरकार 

राज्य सरकार के इस आदेश के खिलाफ कर्मचारी संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारी संगठनों ने राज्य सरकार के इस निर्णय को अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा है कि राज्य सरकार कर्मचारियों द्वारा मनचाहे कपड़े पहनने पर कार्रवाई करना चाहती है जो कि अन्यायपूर्ण है।सरकार कर्मचारियों के साथ अन्याय करने पर उतारू हो गई है। कर्मचारी संगठनों ने कहा है कि सरकार कर्मचारियों को इस तरह से प्रताड़ित करने के बनिस्बत पूरे प्रदेश के अंदर ड्रेस कोड लागू कर देना चाहिए।