नई दिल्ली/भोपाल। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) ने मंगलवार को देश में 2023 के दौरान हुए अपराधों की रिपोर्ट सार्वजनिक की। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में देश में कुल 62 लाख 41 हजार 569 अपराध दर्ज हुए। साल 2022 की तुलना में ये 7.2 फीसदी ज्यादा हैं।

देशभर में महिलाओं पर 4.48 लाख अपराध दर्ज हुए, जो 10 साल में सबसे ज्यादा हैं। दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान (5,078 केस) का पहला स्थान है। हत्या के मामले में यूपी (3,206 केस) सबसे आगे है। वहीं बच्चों पर अपराध के मामले में मध्य प्रदेश देशभर में सबसे ऊपर है।

NCRB की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में बच्चों पर अपराध के 1.77 लाख केस दर्ज हुए, जो 2022 में 1.62 लाख थे। अकेले मध्य प्रदेश में बच्चों पर अपराध के 22,393 केस सामने आए हैं। देश में बच्चों के खिलाफ हर दिन औसतन 486 और हर तीन मिनट में एक अपराध दर्ज हुआ।

2023 में बच्चों के खिलाफ अपराधों की दर 39.9 प्रति एक लाख बाल जनसंख्या रही, जो 2022 में 36.6 थी। इन मामलों में अपहरण (79,884, 45%) और पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध (67,694, 38.2%) सबसे प्रमुख रहे। अधिकतर अपराधी पीड़ित के जानपहचान के लोग थे। कुल 40,434 मामलों में 39,076 मामलों में आरोपी परिचित थे। 3,224 में परिवार के सदस्य, 15,146 में परिवार के जानने वाले और 20,706 में दोस्त आदि थे।

रिपोर्ट का एक और डरावना पहलू है आत्महत्या के मामले। साल 2023 में देशभर में 1,71,418 लोगों ने आत्महत्या की। इनमें 66.2% की वार्षिक आय एक लाख से कम थी। इस दौरान मध्य प्रदेश में 15,662 लोगों ने आत्महत्या की। इस मामले में राज्य तीसरे स्थान पर रहा। सबसे ज्यादा आत्महत्या के केस महाराष्ट्र में दर्ज हुए हैं, उसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है।

महिलाओं के खिलाफ अपराधों में यूपी, महाराष्ट्र, प. बंगाल, राजस्थान और मध्य प्रदेश सबसे आगे हैं। मध्य प्रदेश का इसमें पांचवां स्थान है। देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध में 4 लाख 48 हजार 211 केस दर्ज हुए, जिसमें सबसे ज्यादा ‘पति या रिश्तेदार द्वारा क्रूरता’, ‘अपहरण’, ‘बलात्कार’ और ‘छेड़छाड़’ के मामले थे।

2023 में देश में दुष्कर्म के कुल 29,670 मामले दर्ज किए गए। सबसे ज्यादा 5,078 मामले राजस्थान और 3,516 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। दिल्ली में 1,094 मामले सामने आए। वहीं, 2022 में कुल 31,516 मामले दर्ज हुए थे।