भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को राजधानी भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे सभागार (मिंटो हॉल) में युवा संवाद के दौरान छात्रों को संबोधित किया। सीएम चौहान ने इस दौरान कहा कि मध्य प्रदेश में छात्रों को ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर में रामायण और सेकंड ईयर में भगवत गीता पढ़ाया जाएगा।



मुख्यमंत्री ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग इस संबंध में योजना तैयार कर रहा है। श्रीमद् भगवद् गीता का सामाजिक संदर्भ छात्रों को सब्जेक्ट में पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गीताजी अद्भुत हैं। गीताजी को आपने यदि ढंग से समझ लिया तो तनाव से मुक्त रह सकते हैं। गीता कहती है- कर्म करो, परिणाम की चिंता मत करो। उन्होंने पैरेंट्स से अपील किया कि बच्चों में नैसर्गिक प्रतिभा को निखरने दें।





इस दौरान सीएम चौहान से बुधनी की छात्रा निधि सिंह परिहार ने पूछा कि कोरोना के समय आप कितने तनाव में थे? इसपर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, 'चुनौतियां बड़ी थीं, लेकिन डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस, जनता के सहयोग से हमने लड़ाई लड़ी और इसे नियंत्रित करने में सफल रहे। जिंदगी में तनाव रहता ही है, इससे बचना है, तो योग और ध्यान करो। आप काम करो और उसके परिणाम के विषय में मत सोचो, यह मंत्र अपना लो, यही निष्काम कर्म योग है।'



सीएम चौहान ने इस दौरान कहा कि, 'कुछ माता-पिता यह सोचते हैं कि बेटा बुढ़ापे की लाठी बनेगा। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि बेटा बुढ़ापे में आपका सहारा बनेगा कि नहीं, मैं यह नहीं कह सकता, लेकिन बेटी जीवन की अंतिम सांस तक आपकी सेवा करेगी, मैं इसकी गारंटी दे सकता हूं।'