भोपाल/नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी आज शाम 7:15 बजे तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस समारोह में मोदी के साथ तीन दर्जन अन्य सांसद भी शपथ ले सकते हैं। इसमें सहयोगी दलाें की भी बड़ी हिस्सेदारी होगी। ऐसे में माना जा रहा है कि सभी 29 सीटें भाजपा की झोली में डालने वाले इस प्रदेश की इस बार कैबिनेट में हिस्सेदारी घट सकती है। राज्य के किस नेता को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
मध्य प्रदेश से पिछली सरकार में 6 मंत्री बनाए गए थे। इनमें नरेंद्र सिंह तोमर, वीरेंद्र खटीक, प्रह्लाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, थावरचंद गहलोत और बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री बने थे। हालांकि, चुनाव तक इनमें से सिर्फ तीन ही मंत्री रह गए थे। थावरचंद गहलोत को राज्यपाल बना दिया गया है वहीं नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल विधानसभा के सदस्य हैं।
मीडिया सूत्रों के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया नए मंत्रिमंडल में शामिल होंगे, इस बात पर मुहर लग चुकी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को कैबिनेट में शामिल होने के लिए फोन आ गया है। हालांकि, उनके अलावा और किसे मंत्री बनाया जाएगा इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस रेस में शामिल हैं।
निर्वर्तमान मोदी कैबिनेट में मध्य प्रदेश के आदिवासी वर्ग के फग्गन सिंह कुलस्ते जबकि दलित वर्ग के डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक मंत्री हैं। लेकिन इस बार दलित और आदिवासी वर्ग को प्रतिनिधित्व मिलेगा या नहीं ये देखने वाली बात होगी। कहा ये भी जा रहा है कि दलित और आदिवासी वर्ग से नए चेहरों को लाया जाएगा। आदिवासी वर्ग की महिला सांसदों में शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह, धार सांसद सावित्री ठाकुर और दलित वर्ग के सांसदों में महेंद्र सिंह सोलंकी और संध्या राय संभावित नाम हो सकती हैं।
मध्य प्रदेश में पहली बार रिकॉर्ड सभी 29 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। इस जीत के बाद सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि एमपी से कितने मंत्री बनाए जाएंगे।