सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में सोमवार को राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को अपने ही विधानसभा क्षेत्र में लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ गया। वहीं आष्टा के विधायक गोपाल सिंह को भी उनके क्षेत्र के लोगों ने खूब खरी-खोटी सुनाई। दोनों ही नेता सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हैं और उनके विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने उन्हें विकास के मुद्दों पर घेरा। दोनों ही घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक राजस्व मंत्री वर्मा इछावर के ग्राम खैरी में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन समारोह में भाग लेने पहुंचे थे। इसी दौरान दोपहर को वहां के ग्रामीणों ने उनके काफिले को रोक लिया। महिलाओं ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान वर्मा ने उनसे वादा किया था कि क्षेत्र में सड़क का निर्माण कराया जाएगा लेकिन अभी तक यह शुरू नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने कहा कि इसे लेकर क्षेत्र के लोगों में काफी नाराजगी है और इसे प्रकट करने के लिए वर्मा के काफिले को रोका गया है।
खेरी से जामली के बीच सड़क निर्माण की मांग करने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं थीं और इनमें से कुछ मंत्री की कार के सामने खड़ी हो गईं। महिलाओं ने मंत्री से कहा कि साहब, रोड बनवा दीजिए। उनका कहना था कि सड़क में कीचड़ और गड्ढे हैं, जिससे आना-जाना मुश्किल हो रहा है। हालांकि, इस दौरान मंत्री गाड़ी से नहीं उतरे। इसके बाद एसडीएम की समझाइश के बाद महिलाएं पीछे हटीं।
मामले पर इछावर के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ने बताया कि ग्राम खेरी में जामली से बड़ी संख्या में बच्चे स्कूल पढ़ने आते हैं और ग्रामीणों की भी रोज आवाजाही होती है, लेकिन करीब 3 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण अब तक नहीं हुआ है। सरकार की अनदेखी से लोगों में नाराजगी है।
उधर, आष्टा में तीन दिन पहले हुए जनसुनवाई कार्यक्रम का एक वीडियो सोमवार को सामने आया। इसमें ग्रामीण भाजपा विधायक गोपाल सिंह से नाराज दिखे। ग्रामीणों ने कहा कि गांव को गोद लेने के बाद भी यहां एक साल में कोई विकास नहीं हुआ। विकास नहीं कर सकते तो गोद लिया गांव छोड़ दें। बता दें कि आष्टा के भाजपा विधायक गोपाल सिंह ने एक साल पहले भूपोड़ गांव को गोद लिया था। इसके बाद भी कोई विशेष विकास कार्य नहीं हुआ। इसे लेकर ग्रामीण विधायक कार्यालय में जनसुनवाई में पहुंच गए। उन्होंने विधायक के सामने नाराजगी जाहिर की।