भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार एक बार फिर 6 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेगी। रंग पंचमी के दिन यानी 19 मार्च के दिन इसी महीने तीसरी बार बाजार से कर्ज लेगी। ये लोन सरकार तीन अलग-अलग किश्तों में अलग-अलग समय सीमा के लिए लेगी, जो 7 साल, 21 साल और 25 साल के लिए होगी।
खास बात ये है कि एक बजट सत्र के दौरान मध्य प्रदेश सरकार दूसरी बार और एक पखवाड़े में तीसरी बार कर्ज लेने जा रही है। इसके पहले 12 मार्च को सरकार ने 6 हज़ार करोड़ का कर्ज लिया था और इससे भी पहले 5 मार्च को भी सरकार ने 6 हजार करोड़ का लोन लिया था।
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इसके बाद संभावना जताई जा रही है कि मार्च के अंतिम सप्ताह में एक और कर्ज लिया जा सकता है। इससे पहले 4 मार्च को सरकार ने 6 हजार करोड़ रुपए के तीन कर्ज दो-दो हजार करोड़ की तीन किस्तों पर लिए थे। इसके बाद 12 मार्च को फिर 6 हजार करोड़ रुपए के कर्ज दो-दो हजार करोड़ की रकम के रूप में लिए गए। अब 19 मार्च को तीसरा कर्ज उठाने की तैयारी है।
मध्य प्रदेश सरकार के एक बार फिर कर्ज लेने पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश से ऐसा राज्य है, जहां जब बच्चा पैदा होता है, तो 60,000 का कर्जदार होता है। पटवारी ने कहा कि मुझे तो ये भी समझ में नहीं आता कि मध्य प्रदेश सरकार आखिर कर्ज किस लिए ले रही है? कर्ज लेकर जनहित की योजनाएं संचालित नहीं की जा रही, बल्कि मंत्रियों के बंगले चमकाने में इस राशि का प्रयोग किया जा रहा है।