भोपाल। मध्य प्रदेश में मॉनसून के इंतजार की घड़ियां खत्म हो गई है। शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्यप्रदेश के पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर जिलों के रस्ते प्रदेश में दस्तक चुका है। इन जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है।

मध्य प्रदेश में मॉनसून के एंट्री की नियत तिथि 15 जून है। इस बार 6 दिन की देरी से यानी 21 जून को प्रदेश में मॉनसून का प्रवेश हुआ। दोपहर बाद राजधानी भोपाल और इंदौर में भी तेज बारिश हुई। हालांकि, राजधानी में मॉनसून के 22-23 जून तक एंट्री की संभावना है। जबकि यह 24 जून तक इंदौर और 25-26 जून तक उज्जैन संभाग में पहुंच सकता है। इन इलाकों में प्री मॉनसून एक्टिविटी के कारण बारिश हो रही है।

मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में भोपाल, रायसेन के भीमबेटका, सीहोर, बैतूल, इंदौर, देवास, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, सिवनी, बालाघाट, डिंडोरी, शहडोल, अनूपपुर के अमरकंटक में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। वहीं, श्योपुरकलां, मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया, उज्जैन, हरदा, धार के मांडू, बड़वानी, रतलाम, झाबुआ, मंदसौर, विदिशा के उदयगिरि, सांची, शाजापुर, खरगोन में हल्की आंधी के साथ बिजली चमक सकती है। 

IMD, भोपाल के वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले एक सप्ताह में मानसून पूरे प्रदेश में छा जाएगा। भोपाल, जबलपुर और सतना में अगले 48 घंटों में मानसून दस्तक दे सकता है। इंदौर, सागर पहुंचने में तीन दिन लग सकते हैं। इसके बाद उज्जैन संभाग में पहुंचेगा। ग्वालियर-चंबल में सबसे आखिरी में एंटर होगा। पिछले साल 24 जून को मानसून एंटर हुआ था और 28 जून तक पूरे प्रदेश में छा गया था।