भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का गुरुवार को चौथा दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायक सांकेतिक नशे की पुड़िया और इंजेक्शन लेकर विधानसभा पहुंचे थे। विधानसभा के बाहर कांग्रेस ने ड्रग्स मामले को लेकर जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन के दैरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि जहां मीडिया नहीं पहुंच पाती या दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र होते हैं वहां घटनाएं बढ़ रही हैं। वहां कार्रवाई तुरंत नहीं होती है। अपराधों का वर्गीकरण करके यहां मामले निपटाए जा रहे हैं। 23000 से ज्यादा बेटियां-महिलाएं लापता हैंं।
सिंघार ने अलग-अलग महीनों के बड़े अपराधों का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पास गृह मंत्रालय है। विधायकों पर केस हुए 72 घंटे से अधिक हो चुका है, लेकिन सरकार फैसला नहीं कर पाई है। क्या सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि गुजरात पुलिस ने 1800 करोड़ का ट्रक पकड़ा था और अभी शारिक मछली, शरीफ मछली भी सामने आ गया। इन्हें छुड़ाने का काम सरकार के लोग कर रहे हैं।
वहीं, पूर्व कृषि मंत्री एवं विधायक सचिन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा के नेताओं के संरक्षण में मछली का कारोबार फला फूला। उन्होंने पूछा कि सत्ता में बैठे मगरमच्छों पर कार्यवाही कब होगी? मछली ने अपने वीडियो में जिन भाजपा नेताओं के बारे में बोला उनकी सरकार को जांच करना चाहिए।
इधर, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि ड्रग्स के हर मामले में बीजेपी नेता के करीबी शामिल है। नशा ड्रग्स वाले सब बीजेपी के नेता के साथ खड़े दिखे। जिसका घर तोड़ने की बात कही जा रही है वो भी मंत्री के करीबी है। ड्रग्स को लेकर पंजाब से ज्यादा मध्य प्रदेश के हाल खराब हो गए हैं। शराब की बिक्री डेढ़ हो गई, प्रदेश का युवा नशे का आदी हो गया है। सरकार नशायुक्त है, इसलिए कानून व्यवस्था का ये हाल। सरकार का फेल्यर नहीं कानून व्यवस्था के प्रति बदनियती है।