नई दिल्ली/भोपाल। देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शिवराज सरकार को फटकार लगाई है। जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह की पीठ ने बीएसपी विधायक गोविन्द सिंह की अब तक गिरफ्तारी न होने पर शिवराज सरकार की जमकर क्लास लगाई। शुक्रवार को मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि शिवराज सरकार को यह मान लेना चाहिए कि वह संविधान के मुताबिक कार्य करने में सक्षम नहीं है। 

यह तो जंगलराज है: जस्टिस चंद्रचूड़ 

देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के आरोपी बीएसपी विधायक रामबाई के पति गोविन्द सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी हो चुका है। जनवरी महीने में ही हटा न्यायालय ने गोविन्द सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया था। लेकिन अब तक शिवराज सरकार विधायक पति को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हत्या के आरोपी की अब तक गिरफ्तारी न होने पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने सरकार पर तल्ख टिप्पणी करते हुए इसे जंगलराज करार दे दिया। 

जस्टिस एमआर शाह ने इस मामले में शिवराज सरकार की क्लास लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार को यह मान लेना चाहिए कि वह संविधान के अनुरूप काम करने में समर्थ नहीं है। दोनों ही जजों ने शिवराज सरकार पर तल्ख टिप्पणी कर, जल्द से जल्द हत्या के आरोपी गोविन्द सिंह को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। इसके साथ ही कोर्ट ने इस पूरे मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट को दाखिल करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया है।

सुप्रीम कोर्ट के समक्ष यह शिकायत भी रखी गई थी कि गोविन्द सिंह ने खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी करने वाले जज को भी धमकियां दी जा रही हैं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने डीजीपी को जज की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही दमोह में सार्वजनिक स्थलों पर गोविन्द सिंह को हाज़िर होने का आदेश चस्पा किया गया है। 4 मार्च को जारी किए गए आदेश में विधायक पति को 8 अप्रैल 2021 तक अदालत में हाज़िर होने के लिए कहा गया है। 

गोविन्द सिंह दमोह की पथरिया सीट से बीएसपी की दबंग विधायक रामबाई के पति हैं। गोविन्द सिंह पर मार्च 2019 में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया और उनके बेटे सोमेश चौरसिया पर हमला करने का आरोप है। मामला मार्च 2019 का है। इसी हमले में देवेंद्र चौरसिया की जबलपुर में मौत हो गई थी। विधायक रामबाई के पति के अलावा इस हत्याकांड में उनके देवर शैलेंद्र उर्फ चंदू, भाई लोकेश और अन्य लोगों पर भी आरोप लगा था। बाकी सभी आरोपी इस मामले में जेल में हैं, जबकि रामबाई के पति गोविंद सिंह फरार हो गए थे।

यहां यह जान लेना ज़रूरी है कि बीएसपी विधायक रामबाई का विधानसभा में शिवराज को समर्थन हासिल है। मार्च 2020 में जब प्रदेश की सत्ता में उलटफेर हुआ तब बीएसपी विधायक रामबाई शिवराज सरकार के पाले में चली गईं।