छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा धार्मिक ध्रुवीकरण में जुट गई है। सत्ताधारी दल महंगाई, बेरोजगारी जैसे तमाम असल मुद्दों से ध्यान हटाकर सिर्फ राम मंदिर पर बात कर रही है। धर्म के नाम पर सियासत करने वाली भाजपा को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आइना दिखाया है। कमलनाथ ने कहा कि राम मंदिर पर केवल बीजेपी का अधिकार नहीं है। भगवान राम सबके हैं। राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहा है।

मंगलवार को छिंदवाड़ा पहुंचे पूर्व सीएम कमलनाथ से पत्रकारों ने जब राम मंदिर को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहा है। सरकार BJP की है, इसलिए बनवाने की जिम्मेदारी उसी की है। BJP के पास राम मंदिर का पट्‌टा नहीं है। मंदिर पर केवल बीजेपी का अधिकार नहीं है। भगवान राम सबके हैं। 

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में 22 जनवरी को अयोध्या जाने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि 22 जनवरी को तो नहीं, लेकिन उसके बाद जरूर जाऊंगा। बता दें कि छिंदवाड़ा में कांग्रेस राम उत्सव मना रही है। कांग्रेस की ओर से राम नाम पत्र का वितरण किया जा रहा है।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर शंकराचार्यों की राय साझा करते हुए भाजपा पर हमला बोला है। पूर्व सीएम ने कहा कि राम मंदिर निर्माण में किसी को कोई एतराज नहीं था। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव जी यह कार्य सभी मान्यता प्राप्त शंकराचार्य जी द्वारा “रामालय न्यास” के माध्यम से कराना चाहते थे ना कि वीएचपी द्वारा। विहिप आरएसएस का संगठन है और उसका राजनीतिक संघटन भाजपा है। क्या सनातन धर्म को पालन करने वाले हमारे धर्म गुरु शंकराचार्य हैं या वीएचपी, आरएसएस और बीजेपी? ज़रा सोचिए।