भोपाल। भोपाल गणेश प्रतिमा विसर्जन चल समारोह पर पथराव मामले में फरियादी की साजिश बेनकाब होने के बाद अब विपक्ष सत्ताधारी दल पर हमलावर है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि गणेश विसर्जन के समय अपने अपराधों को छुपाने के लिए शहर के साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की अपराधी तत्वों की साजिश एक बार फिर बेनक़ाब हुई है। CPIM ने आशंका जताई है कि शान्ति और सद्भाव बनाए रखने की सजा प्रदेश की भाजपा सरकार, ईमानदारी से अपना दायित्व निभाने वाले पुलिस अधिकारियों को फिर से दण्डित न कर दे।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि भोपाल के आरिफ नगर इलाके में गणेश प्रतिमा पर पथराव का आरोप लगाने वाले चरण सिंह कुशवाह पर 29 मई को सुषमा मंगरोलिया नाम की महिला जान से मारने की धमकी देने, गाली गलौज करने के साथ ही अनुसूचित जाति उत्पीड़न के तहत मुकदमां दर्ज करवा चुकी हैं।

सिंह ने कहा कि चरण सिंह ने जिस अब्दुल हलीम पर दूसरों 2 लोगों के साथ गणेश प्रतिमा को खंडित करने का आरोप लगाया था, वह भी 8 अगस्त को चरण सिंह पर उसका ट्रक जलाने की कोशिश करने और मारपीट करने की रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज करवा चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन्हीं अपराधों पर पर्दा डालने के लिए आरोपी धर्म की आड़ में अब्दुल पर एन एस ए लगाने और उसके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहा था। मगर पुलिस की ईमानदार जांच ने इस साजिश का पर्दाफाश कर दिया है।

जसविंदर सिंह ने कहा है कि अब डर है कि कहीं डॉ मोहन यादव की भाजपा सरकार इन अधिकारियों को पुरस्कृत करने की बजाय दण्डित न कर दे, क्योंकि इससे पहले रतलाम और फिर गुना में सद्भाव की रक्षा करने वाले पुलिस अधीक्षकों का तबादला कर अपराधियों को संरक्षण दे चुकी है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने शहर के धर्मनिरपेक्ष और सद्भाव प्रिय नागरिकों को भी सतर्क और सक्रिय होने की अपील की है, ताकि भाजपा सरकार कानून की रक्षा करने वाले पुलिस अधिकारियों को दण्डित न कर सके।

बता दें कि भोपाल गणेश प्रतिमा विसर्जन चल समारोह पर पथराव मामले में नया ट्विस्ट सामने आया है। सोमवार को राजधानी में हुई पथराव के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। पुलिस ने तमाम सीसीटीवी खंगाले, गवाहों और स्थानीय लोगों से बात की लेकिन पथराव होने की पुष्टि नहीं हुई। इतना ही नहीं हिन्दू उत्सव समिति की ओर से जिसने पुलिस में शिकायत की है उसके विरुद्ध आरोपी ने पिछले महीने ही FIR दर्ज कराई थी। ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि फरियादी गणेश जुलूस पर पथराव का आड़ लेकर पिछले महीने हुई FIR का बदला तो नहीं लेना चाहता था।