इंदौर। व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डॉ आनंद राय को आखिरकार अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने डॉ राय को शासकीय नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। सरकार ने कार्यक्षेत्र में लापरवाही का आरोप लगाते हुए राय के खिलाफ ते कार्रवाई की है।

डॉक्टर आनंद राय इंदौर जिला चिकित्सालय में मेडिकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे। दरअसल, आरटीआई एक्टिविस्ट डॉक्टर आनंद राय राज्य सरकार के खिलाफ लगातार मुखर थे। साथ ही वे जयस के साथ मिलकर राजनीतिक गतिविधियों में भी शामिल थे। लगातार शिकायत मिलने और नौकरी में कदाचरण को लेकर सरकार ने डॉक्टर राय को नौकरी से बर्खास्त करने कार्रवाई की है।

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बर्खास्त होने के बाद डॉक्टर आनंद राय ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है। हालांकि, वह चुनाव कहां से लड़ेंगे ये समय आने पर बताएंगे। डॉक्टर आनंद राय ने कहा कि अब वो 2023 के चुनाव में मैदान में दिखेंगे। वहीं बर्खास्त को लेकर डॉ आनंद राय ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों के साथ यही सलूक होता है। भारत में अपनी आवाज उठाने की आजादी हर किसी को है। आर्टिकल, 19 अभिव्यक्ति की आजादी देता है। त्रिपुरा हाईकोर्ट का जजमेंट है कि कोई भी सरकारी सर्वेट सरकार की आलोचना कर सकता है। मैने कभी कुछ गलत नहीं किया। शिवराज सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है।