इडुक्की। केरल के इडुक्की जिला अंतर्गत राजमाला इलाके में शुक्रवार सुबह हुआ भूस्खलन में अबतक 13 मजदूरों के मारे जाने की सूचना है। भारी बारिश के कारण हुए इस भूस्खलन में अबतक 12 लोगों को बचाया जा चुका है। हादसे में 70 से 80 लोगों के दबे होने की आशंका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर शोक जताते हुए मृतकों को दो लाख तथा घायलों को पचास हजार के मुआवजे की घोषणा की है। 



रिपोर्ट्स के मुताबिक भूस्खलन वाले इलाके में चाय बगान पर काम करने वाले मजदूर शेल्टर बनाकर रहते हैं। लैंडस्लाइड के बाद एक बड़ा सा मलबा शेल्टर हाउस के ऊपर गिरा जिसमें सभी लोग मलबे में दब गए।इससे 20 से ज्यादा घर तबाह हो गए हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस हादसे में कितने लोग दबे हुए हैं लेकिन आशंका जताई जा रही है कि उनकी संख्या 70 से 80 तक हो सकती है। इनमें से अधिकांश मजदूर तमिलनाडु के रहने वाले बताए जा रहे हैं।



जिस इलाके में यह भूस्खलन हुआ है वह पर्यटन नगरी मुन्नार से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस भीषण हादसे के बाद इलाके में हड़कंप की स्थिति है वहीं राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरफ की टीमें लगाई गई है। 



पुल टूटने से रेस्क्यू में आ रही परेशानी



ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस इलाके में लैंडस्लाइड हुआ वहां गुरुवार को पुल टूट गया था। इलाके के एकमात्र कनेक्टिंग ब्रिज के बह जाने से राहत और बचाव कार्य में परेशानी आ रही है। एनडीआरफ की टीमों को इलाके तक पहूंचने में दिक्कत होने से रेसक्यू ऑपेरशन धीमा है। वहीं इलाके में बिजली नहीं होने के कारण नेटवर्क बाधित हो गयी है जिससे अधिकारियों को मोबाइल से संपर्क करने में भी परेशानी हो रही है। 



सीएम ने वायुसेना से मांगी मदद



मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बताया है कि राज्य अग्निशमन सेवा का 50 सदस्यीय विशेष बल घटना स्थल पर भेजा गया है वहीं वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से बचाव और राहत कार्य में मदद मांगी गई है। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें भी भूस्खलन स्थल पर पहुंच गई है। 





बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक दिन पहले ही इडुक्की, वायनाड और कोझीकोड जिलों में भारी बारिश की आशंका देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया था। वहीं एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड सहित नौ जिलों में 9 अगस्त तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उत्तरी केरल में भी भारी बारिश हुई है जिससे चेलियार नदी अपने उफान पर है और नीलांबुर शहर में बाढ़ की स्थिति है।