जयपुर। जिले के मनोहरपुर इलाके में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि, दस मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हादसा उस समय हुआ जब मजदूरों से भरी स्लीपर बस 1100 केवी की हाईटेंशन लाइन से टकरा गई। टक्कर के बाद बस में करंट दौड़ गई और आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि बस की छत पर रखे गैस सिलेंडरों में विस्फोट हो गया। हादसे के समय बस में 60 से अधिक मजदूर सवार थे।
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जानकारी के अनुसार, यह स्लीपर बस उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से करीब 65 मजदूरों को राजस्थान के टोडी स्थित ईंट भट्टे पर लाने के लिए निकली थी। हादसा भट्टे से मात्र 300 मीटर पहले मनोहरपुर इलाके में हुआ। बस की छत पर चार-पांच बाइक, गैस सिलेंडर और अन्य सामान रखा हुआ था। इसी दौरान बस का ऊपरी हिस्सा हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। इसकी वजह से बस में तेज करंट फैल गया। देखते ही देखते बस में स्पार्किंग शुरू हुई और ऊपर रखा सामान जल उठा। सिलेंडरों में तीन जोरदार धमाके हुए जिससे आसपास भगदड़ मच गई और आग लग गई।
जयपुर कलेक्टर जितेंद्र सोनी ने बताया कि हादसे में पीलीभीत के नसीम (50), उनकी बेटी सहीनम (20) और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति की मौत हुई है। वहीं, दस लोग इस दर्दनाक हादसे में बुरी तरह से झुलस गए हैं। इनमें से पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर रूप से घायल मजदूरों को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि, बाकी घायलों का इलाज शाहपुरा उप जिला अस्पताल में चल रहा है।
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घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इनमें नाजमा (40), सितारा (49), अजहर (10), अल्ताफ (19) और नहीम (19) शामिल हैं। डॉक्टरों के अनुसार कुछ घायलों के शरीर का 20 प्रतिशत तक हिस्सा झुलस गया है। सीएचसी शाहपुरा में चंदा (40) पत्नी जब्बर हुसैन का इलाज किया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगते ही मजदूरों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग बस से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। जब सिलेंडर फटे तो लोगों ने दूर जाकर खुद को बचाया। आसपास के ग्रामीणों ने राहत कार्य में मदद की और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। जिला प्रशासन और सिविल डिफेंस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और सभी घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला।
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कलेक्टर जितेंद्र सोनी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और राहत कार्यों की निगरानी की। उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है और मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
हाल के दिनों में देशभर में बस हादसों की संख्या बढ़ी है। इससे पहले 14 अक्टूबर को जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर एसी स्लीपर बस में लगी आग में 27 यात्रियों की मौत हो गई थी। वहीं, 24 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश के कुरनूल में 20 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 25 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के अशोकनगर में एक बस में आग लगने की घटनाएं सामने आई थीं। 26 अक्टूबर को लखनऊ के आगरा एक्सप्रेसवे पर भी चलती बस में आग लगी थी। हालांकि, हादसे में सभी यात्री सुरक्षित बच निकले थे।
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