नई दिल्ली। कांग्रेस वर्किंग कमेटी दो मुख्यमंत्रियों भूपेश बघेल और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पत्र लिख कर कांग्रेस में एकजुटता की अपील की है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी फिर से पार्टी की कमान संभालें। 



राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है कि कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व सोनिया गांधी को ही जारी रखना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष को 23 वरिष्ठतम कांग्रेस नेताओं की ओर से पत्र लिखने की ख़बर अविश्वसनीय है। यदि यह सही है,तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके मीडिया में जाने की कोई आवश्यकता नहीं थी। मुझे गहरा विश्वास है कि इस महत्वपूर्ण समय में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी को नेतृत्व प्रदान करती रहेंगी। जहां हमारे लोकतंत्र के संस्कारों को बचाने की लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने हमेशा चुनौतियों का डटकर सामना किया है लेकिन यदि उन्होंने मन बना ही लिया है तो मुझे भरोसा है कि राहुल गांधी को आगे आकर कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए क्योंकि आज देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती हमारा संविधान और लोकतंत्र बचाने की है। 



पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही पार्टी में जान फूंक सकते हैं और देश को बाहरी एवं भीतरी खतरों से बचा सकते हैं। बीजेपी देश के संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को नष्ट कर रही है। ऐसे में बीजेपी नीत एनडीए के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष की आवश्यकता है। एनडीए मजबूत व एकजुट विपक्ष के अभाव में की सफल हुई है। ऐसे नाजुक समय में कांग्रेस  संगठन में परिवर्तन की बात न सिर्फ पार्टी बल्कि देश के हितों के खिलाफ भी होगी। 



उन्होंने कहा कि देश में इस समय न सिर्फ सीमा पार से ही खतरा नहीं है बल्कि आंतरिक संकट भी गहरा रहा है। इस संकट से देश को केवल एकजुट कांग्रेस ही देश को व इसके लोगों को बचा सकती है। नेतृत्व परिवर्तन पर पूछे गए सवाल पर कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि जब तक चाहें सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बने रहने देना चाहिए। उनके बाद राहुल गांधी को कमान संभालनी चाहिए क्योंकि वह ऐसा करने में पूरी तरह सक्षम हैं। 



छग सीएम भूपेश बघेल ने लिखा पत्र



कांग्रेस में उठते असहमति के सुरों के बीच छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी को पत्र लिखा है।बघेल ने पत्र में लिखा है कि गांधी नेहरू परिवार का भारत की गरीब राष्ट्र की श्रेणी से आधुनिक राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। देश की जनता ने लोकतांत्रिक परम्पराओं के अनुरूप ही गांधी नेहरू परिवार के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की है। अभी भी पार्टी के अंदर कुछ नेताओं द्वारा सार्वजनिक रूप से वैचारिक असहमति की चर्चा आरंभ की गयी है। मेरा सभी पार्टी जनों से अनुरोध हैं कि चुनौती की इस घड़ी में पार्टी में एकजुटता बनाये रखें, कांग्रेस की हमेशा यह परम्परा रही हैं कि पार्टी में विभिन्न स्तरों पर हर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा कर लोकतांत्रिक पद्धति से ही निर्णय लिये जाते रहे हैं।




हर चुनौती में हमारे लिए उम्मीद की किरण माननीय सोनिया जी और आदरणीय राहुल जी हैं। हम सभी आपके साथ हैं। छत्तीसगढ़ और देश के करोड़ों कार्यकर्ता और देशवासी आपके साथ हैं।



देश जिस संकटपूर्ण दौर से गुज़र रहा है उससे आपके नेतृत्व में ही छुटकारा मिलेगा। pic.twitter.com/kBjdSK5sgU


— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 23, 2020


उन्होंने लिखा है कि राहुल जी के नेतृत्व में ही कांग्रेस द्वारा गुजरात विधानसभा चुनावों में प्रभावी प्रदर्शन किया था तथा एमपी, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार गठन का मार्ग प्रशस्त किया था। देश की वर्तमान  संकट की स्थिति से उबारने में सोनिया जी एवं राहुल जी ही एकमात्र आशा की किरण दिखाई देते हैं। देश की सम्पूर्ण जनता विशेषकर गरीब मजदूर एवं किसान, युवकों की आशायें कांग्रेस पर ही केन्द्रित हैं। हम सब कांग्रेस जन आपको आश्वस्त करना चाहते है कि देश के कांग्रेस पार्टी के लाखों-करोड़ो कार्यकर्ताओं की आपके नेतृत्व में पूर्ण आस्था है। असहमति के स्वरों के बीच अविचलित रहते हुए देश को नयी दिशा दिखायें तथा कांग्रेस का नेतृत्व पुनः संभालें हमें पूर्ण आशा है कि आपके ओजस्वी नेतृत्व में कांग्रेस पुनः नयी ऊँचाईयों को स्पर्श करेगी तथा देशवासियों के समक्ष उत्पन्न संकट एवं चुनौतियों पर विजय प्राप्त की जा सकेगी।