नई दिल्ली। देशभर में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते हुए अपराधों पर सरकार की जवाबदेही तय करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया पर 'स्पीक अप फॉर विमेन सेफ्टी' नाम से अभियान चलाया है। पिछले दिनों हाथरस में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ हुए वीभत्स बलात्कार और पुलिस, प्रशासन एवं सरकार की निष्क्रियता और संभावित आपराधिक रवैये को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय पटल पर उठाया है। प्रशासन के लाख रोके जाने के बाद भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने की बात कही है। इस मामले में अब सीबाआई जांच कर रही है। 



अभियान शुरू करते हुए कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "पिछले 6 सालों में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों ने हर देशवासी को झकझोरा है। देश में महिला शक्ति भय के माहौल में है, असुरक्षित महसूस कर रही है। आइए इस अभियान से अपनी आवाज बुलंद करते हैं और सरकार को जगाते हैं।"





इसी सिलसिले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विवटर पर एक वीडियो डालते हुए हाथरस कांड का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें इसलिए रोका क्योंकि वह अपराधियों की मदद कर रही है, जबकि उसका काम पीड़ितों को न्याय दिलाना है। राहुल ने कहा कि यह कहानी सिर्फ हाथरस की नहीं है बल्कि पूरे देश में लाखों महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं और सरकार कुछ भी नहीं कर रही। 





कांग्रेस की एक और नेता साधना भारती ने हाथरस कांड को लेकर योगी सरकार के शासन को रावण राज से भी बदतर करार दिया। उन्होंने कहा कि रावण राज में तो तब भी सीता जी सुरक्षित रहीं लेकिन योगी राज में आज कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है। भारती ने कहा कि योगी सरकार बाबू साहबों के बिगड़ैल लड़कों को बचाना बंद करे और महिलाओं को न्याय दिलाए। उन्होंने कहा कि गोडसेवादी विचारधारा में महिलाएं कभी भी सुरक्षित नहीं रह सकतीं। महिलाओं का सम्मान केवल गांधीवादी विचारधारा में ही हो सकता है। भारती ने कहा कि खुद को हिंदू धर्म का ठेकेदार बताने वालों ने परंपराओं के खिलाफ जाते हुए पीड़िता का शव रात में डीजल-पेट्रोल से जला दिया। उन्होंने पूछा कि क्या यही राम राज्य है?





कांग्रेस पार्टी के नेता श्रीवत्स ने महिला व बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी से पूछा कि अब तक निर्भया फंड का केवल 9 फीसदी उपयोग ही क्यों हुआ है? बलात्कार मामलों में दोषसिद्धि की दर गिरकर 27 प्रतिशत क्यों रह गई है? अगर आपने अंताक्षरी खेल ली हो तो क्या अब आप अपना काम कर सकती हैं? 





पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता शमा महमूद ने हाथरस कांड को सबसे खौफनाक बताते हुए कहा कि चिंता करने वाली बात यह है कि इस मामले में पुलिस प्रशासन और सरकार आरोपियों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की, मामला बढ़ने पर डीएम ने परिवार को धमकाया यहां तक की पीड़िता के ताऊ को मारा भी। उन्होंने कहा कि प्रशासन ऐसा केवल तब ही कर सकता है जब उसे योगी आदित्यनाथ की सह मिली हो। 





तमिलनाडु से कांग्रेस की विधायिका विजयाधरणी ने कहा कि योगी सरकार ने देश की हर उस महिला के खिलाफ काम किया है जो न्याय के लिए लड़ रही है। योगी सरकार कहती है कि कोई बलात्कार नहीं हुआ और पीड़िता का परिवार ही उसकी हत्या के लिए जिम्मेदार है। इस देश में क्या हो रहा है?





असम से पार्टी के सांसद प्रद्युत बोर्दोलोई ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा से ही मध्यकालीन बर्बरता से प्रेरित होकर काम करती आई है। सरकार के इस महिला विरोधी, हिंसक और वर्चस्वादी रवैये ने ही पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को बढ़ावा दिया है। 





कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते हुए अपराधों ने पूरे देश को झकझोर दिया है और हमें अब इसके खिलाफ आवाज उठानी ही होगी क्योंकि सवाद पूरी दुनिया की आधी आबादी का है। श्रीनेत ने स्वरचित कविता का भी पाठ किया। 





ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्षा सुष्मिता देव ने कहा कि इस अभियान से जुड़कर हम यही कहना चाहते हैं कि सरकार महिलाओं के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाए और पीड़िता का चरित्रहनन करना बंद करे। इसी तरह कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि पीड़ित महिलाओं की आवाज सुनने की जगह उन्हीं पर आरोप लगाना और उन्हें चुप करना सबसे बुजदिल हरकत है। गांधी ने कहा कि अब देश की महिलाएं चुप नहीं होंगी और एक भी बहन को दोषी ठहराया तो लाखों बहनें अपनी आवाज बुलंद करेंगी।