दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच दिल्ली में डेंगू का खतरा मंडरा रहा है। मच्छरजनित बीमारी डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। नवंबर के दूसरे हफ्ते में डेंगू के रिकार्ड मामले सामने आए हैं। दिवाली के ठीक बाद 7 से 13 नवंबर के बीच दिल्ली में डेंगू के 2569 नए केस दर्ज हुए हैं। जिसके बाद इस साल मिले डेंगू मरीजों का आंकड़ा 5277 तक पहुंच चुका है। इस साल नवंबर के दूसरे सप्ताह में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज मिले हैं।
 

बढ़ते मरीजों के बाद भी दिल्ली में किसी तरह के कोई खास इंतजाम नहीं देखने को मिल रहे हैं। अधिकारी केवल आश्वासन देते नजर आ रहे हैं। दिल्ली नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि जैसे जैसे तापमान में गिरावट आएगी, ठंड बढऩे के साथ ही डेंगू का प्रकोप थमने लगेगा।

निगम का दावा है कि डेंगू के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छर का प्रजनन को रोकने के लिए सभी इलाकों में फॉगिंग का इंतजाम किया गया है। वहीं तीनों निगम की नोडल एजेंसी साउथ दिल्ली नगर निगम का दावा है कि दूसरे राज्यों से भी 470  नए मामले दर्ज किए गए हैं। विभिन्न अस्पतालों में करीब 124 डेंगू  मरीज इलाज करवा रहे हैं वे दिल्ली से बाहर के हैं। दिल्ली में साल 2016 के बाद डेंगू के अबतक के सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं।

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नार्थ दिल्ली नगर निगम श्रेत्र में 808, साउथ दिल्ली निगम में 721,  पूर्वी निगम इलाके में 183, NDMC  इलाके में 14,रेलवे से 5, दिल्ली कैंट से 59, रेलवे से 2 और बिना पहचान वाले 722 डेंगू मरीज सामने आए हैं। डेंगू के अलावा कई इलाकों में चिकनगुनिया का एक केस भी रजिस्टर्ड हुआ है। जिसके बाद चिकनगुनिया मरीजों की संख्या 89 हो गई है।इससे पहले साल 2020 में दिल्ली में कुल 1072 मरीज, साल 2019 में 2036 मरीज, 2018 में 2798 मरीज, 2017 में 4726 मरीज और 2016 में 4431 डेंगू मरीज मिले थे। इन आकंड़ों के अनुसार साल 2016 के बाद 2021 में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज मिले।