नई दिल्ली। जनवरी 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने फेसबुक इंडिया को पार्टी विरोधी 44 फेसबुक पेजों की सूची दी थी। इसमें दावा किया गया था कि वे सभी पेज पूर्वनिर्धारित अपेक्षित मानकों का उल्लंघन कर रहे हैं और तथ्यों के अनुरूप पोस्ट नहीं कर रहे हैं। सोमवार को पता चला है कि इनमें से 14 पेज फेसबुक पर अब नहीं हैं। यानी इन्हें हमेशा के लिए फेसबुक से हटा दिया गया है। 

जिन पेजों पर बीजेपी ने फेसबुक को आपत्ति जतायी थी, उनमें भीम आर्मी का आधिकारिक पेज, एक व्यंग्य पेज 'वी हेट बीजेपी', अनाधिकारिक रूप से कांग्रेस का समर्थन करने वाला एक पेज और 'द ट्रुथ ऑफ गुजरात' नाम के पेज शामिल है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक "द ट्रुथ ऑफ गुजरात" में ज्यादातर Alt news fact check के तथ्य डाले गए थे। जिन पेजों को फेसबुक ने अपने प्लैटफॉर्म से हटाया दिया है उनमें सत्ता की आलोचना करने वाले पत्रकार रवीश कुमार और विनोद दुआ का समर्थन करने वाले पेज हैं। 

बीजेपी की सिफारिश पर 17 पेज फिर से शुरू किए गए 

चुनाव के बाद फेसबुक ने बीजेपी के कहने पर हटाए गए 17 पेजों को फिर से शुरू कर दिया है। यही नहीं, बीजेपी ने चौपाल और ऑप इंडिया को monetise करने का भी आग्रह किया। जिसका मतलब है कि ये पेज अब एड रेवेन्यू ले सकते हैं। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार फेसबुक ने तो बीजेपी आईटी सेल को यह भी कहा है कि उसने गलती से इन 17 पेजों को हटा दिया था। जो अब वापस बहाल कर दिए गए हैं। 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बहाल किए गए पेजों का बीजेपी से लिंक स्थापित होता है। खासकर जब वे, उस पोस्टकार्ड न्यूज को छाप रहे हैं, जिसे चलानेवाले  महेश हेगड़े पर सांप्रदायिक और धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप लग चुके हैं और उन्हें 2018 में बैंगलोर पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। लेकिन बीजेपी के आईटी सेल अध्यक्ष अमित मालवीय इन आरोपों को सिरे से खारिज़ करते हैं।