नई दिल्ली। विशेष समुदाय के ख़िलाफ़ ज़हर उगलना रामदेव को भारी पड़ गई है। मुसलमानों और ईसाइयों के ख़िलाफ़ दिए बयान के बाद रामदेव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भड़काऊ बयानबाज़ी के संबंध में रामदेव के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 

रामदेव के ख़िलाफ़ यह मुकदमा राजस्थान के बाड़मेर में दर्ज किया गया है। बाड़मेर के चौहटन निवासी पठाई खान ने रामदेव के विरुद्ध धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मामला दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता ने कहा है कि रामदेव का बयान धार्मिक भावनाएं भड़काता तो है ही साथ ही यह दो समुदायों के बीच दूरी भी पैदा करता है। पुलिस ने शिकायत को अपने संज्ञान में लेते हुए रामदेव के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 153(A), 295(A) और 298 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। 

दरअसल गुरुवार को रामदेव बाड़मेर में ही आयोजित एक मंदिर के प्राण प्रतिष्ठान समारोह में पहुंचे थे। इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रामदेव ने दूसरे धर्मों के प्रति अपने मन में मौजूद ज़हर को उगलना अधिक उचित समझा। रामदेव ने खुले मंच से ईसाइयों और मुसलमानों को लेकर अशोभनीय टिप्पणी करते हुए कहा कि मुसलामनों को यही सिखाया जाता है कि नमाज़ पढ़ो। इसलिए जब वह आतंकी बन जाता है तब भी नमाज़ पढ़ता है। 

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रामदेव यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, पांच बार नमाज़ पढ़ो और जो करना है करो।चाहे हिंदू छोरियों को उठाओ, चाहे आतंकवादी बनकर जिहाद के नाम पर जो करना है करो। इन लोगों के अनुसार जन्नत का मतलब है पायजामा पहनो, मूंचे कटवा लो और दाढ़ी बढ़ा लो। रामदेव के इस भड़काऊ बयान का सोशल मीडिया पर काफी विरोध हुआ था लेकिन आखिरकार इस विरोध ने कानूनी शिकायत का रूप ले लिया है।

दूसरी तरफ़ बाज़ार में रामदेव की कंपनी पतंजलि की भी स्थिति अच्छी नहीं है। रामदेव की कंपनी के शेयर लगातार गिरते जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अब तक रामदेव की कम्पनी के निवेशकों के सात हज़ार करोड़ से अधिक डूब चुके हैं।